मणिपुर में जातीय संघर्ष: 100 से ज्यादा लोगों की मौत, अमित शाह ने बुलाई सर्वदलीय बैठक

मणिपुर में हो रहे जातीय संघर्ष के कारण बढ़ते हालात काफी चिंताजनक हैं। इस संघर्ष में अबतक 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसे देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सर्वदलीय बैठक बुलाई हैं जिसमें कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री इकराम इबोबी सिंह भी शामिल हुए हैं। यह बैठक तीन मई से शुरू हुई है और दोपहर 3 बजे से चल रही है। पहले से ही कांग्रेस पार्टी मणिपुर के मुद्दे पर मोदी सरकार से सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग कर रही थी। इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस महीने मणिपुर का दौरा किया था, लेकिन बातचीत से अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है।

मणिपुर में हालात और खराब हो रहे हैं। शुक्रवार की रात को भीड़ ने इंफाल पूर्वी जिले के चिनगारेल में राज्य सरकार के मंत्री एल. सुसींद्रो के निजी गोदाम को आग लगा दिया था और उनके घर को भी जलाने की कोशिश की गई थी।इससे पहले केंद्रीय मंत्री आरके रंजन सिंह और राज्य की महिला मंत्री नेमचा किपगेन के घरों पर भी हमला हुआ था और उनके घरों में आग लगी थी। विपक्षी दलों ने मणिपुर के हालात के मामले में सरकार को घेरने की आरोपी दलित हैं। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी इस पर चिंता जता चुकी हैं और कहा है कि इससे हमारी राष्ट्रीय चेतना को गहरा आघात पहुंचा है।

कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि वह मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा के लिए 10 जून से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांग रही थी, लेकिन उन्होंने उन्हें वक्त नहीं दिया। कांग्रेस पार्टी चाहती थी कि प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका जाने से पहले ही इस मुद्दे पर मणिपुर में सर्वदलीय बैठक करें। गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाई सर्वदलीय बैठक में एनसीपी चीफ शरद पवार शामिल नहीं हुए हैं। उनकी जगह पर मणिपुर एनसीपी चीफ सोरन इबोयाइमा सिंह और पार्टी महासचिव नरेंद्र वर्मा शामिल हुए हैं। मणिपुर के तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके इकराम इबोबी सिंह सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

Leave a Reply