रोड शो से गलत संदेश गया, मोदी के साथी केन्द्रीय मंत्री का बयान

नई दिल्ली: केन्द्र में मोदी के साथी मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी में रोड शो करने पर असहमति जताई है. उन्‍होंने कहा कि यह केवल विधानसभा चुनाव है, पीएम को रोड शो नहीं करना चाहिए. कुशवाहा ने समाचार एजेंसी एएनआर्इ से कहा कि भाजपा यूपी में आगे चल रही है और मुझे लगता है कि पीएम को वाराणसी में रोड शो नहीं करना चाहिए. यह केवल विधानसभा चुनाव है.”

उत्तर प्रदेश चुनाव में भाजपा का सपा-कांग्रेस गठबंधन और बसपा से कड़ा मुकाबला है और पार्टी को उम्मीद है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में अच्छा प्रदर्शन करके वह 403 सीटों वाले विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर सकती है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वाराणसी में रोडशो किया था जिस सीट से वह सांसद हैं. भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जबर्दस्त जीत हासिल की थी और अपना दल के साथ भाजपा गठबंधन को 80 में से 73 सीटों पर जीत हासिल हुई थी.

तीन वर्ष बाद उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर भाजपा मोदी पर काफी हद तक निर्भर दिख रही है. एक समस्या ये भी है कि बीजेपी में मोदी के महिमामंडन के चक्कर में पार्टी की सारी शक्ति सिर्फ एक व्यक्ति में ही सिमट गई है.

मोदी का महत्व बढ़ाने के चक्कर में बीजेपी ने सभी नेताओं को काफी कमजोर कर दिया है. अब हाल ये हैं कि मोदी नहीं तो बीजेपी का प्रचार नहीं.

वाराणसी में प्रधानमंत्री का रोडशो उस दिन हुआ जिस दिन उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में छठे चरण के लिए 49 सीटों पर मतदान हुआ. इसमें गोरखपुर और आजमगढ़ शामिल है.

वाराणसी क्षेत्र में 80 प्रतिशत हिन्दू आबादी है और उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए एक बार फिर भाजपा मोदी पर काफी हद तक निर्भर दिख रही है.