ओवैसी बोले- “भाभी जी” जैसी हिंदू महिलाओं के लिए तो कानून लाओ

नई दिल्ली :  तीन तलाक के खिलाफ लोकसभा में पेश बिल पर बहस करते हुए ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने तीन तलाक को जुर्म बनाकर उसके लिए सजा मुकर्रर करने की सरकार की कोशिश का जमकर विरोध किया. ओवैसी ने कहा कि अगर सरकार वाकई महिलाओं को लेकर, उनके हितों को लेकर गंभीर है तो वो ‘भाभी जी’ जैसी उन महिलाओं के लिए कोई कानून लेकर क्यों नहीं आती जिन्हें पति बिना तलाक के ही छोड़ देते हैं.

ओवैसी ने अपने भाषण के अंत में एक कहानी सुनाकर सरकार पर निशाना साधा.

ओवैसी ने कहा कि बचपन में हम एक कहानी सुनते थे कि एक नदी में बहुत सारी मछलियां तैर रही हैं और मजे कर रही हैं. किनारे पर एक बंदर बैठा है और वो इन मछलियों को एक-एक कर नदी से निकालता है और किनारे रखता है. किनारे आने से ये मछलियां पानी के लिए तड़प-तड़पकर मर गईं. जब बंदर से पूछा गया कि उसने इन मछलियों को क्यों बाहर निकाला तो उसने जवाब दिया कि वो इन मछलियों को पानी में डूबने से बचा रहा था. ओवैसी ने कहा कि सरकार के मुस्लिम महिलाओं को लेकर किया जा रहा ये प्रयास उस बंदर जैसा ही है.

ओवैसी ने कहा कि तीन तलाक वैध न होने के समर्थन में तर्क दिया जा रहा है कि कई इस्लामिक देशों में ऐसा है लेकिन इन इस्लामिक देशों में तीन तलाक देना जुर्म नहीं है और न ही इसके लिए सजा मुकर्रर है.