मोदी से रिश्ते आए पेटीएम के काम, सिर्फ 6 लाख की ठगी में सीधे सीबीआई जांच, 15 लोगों के खिलाफ केस

नई दिल्ली: लोगों के घर में अगर करोडों की चोरी हो जाती है या सरे आम किसी को लूट लिया जाता है तो भी पुलिस में रिपोर्ट कराना कितना मुश्किल हो जाता है लेकिन डिजिटल वॉलेट कंपनी पेटीएम को सिर्फ सवा छह लाख का चूना लगते ही पुलिस थाना औफसर तो छोड़िए सीधे सीबीआई ने केस दर्ज किया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि मोदी से संबंध होने के कारण सीबीआई पेटीएम के के लिए इतनी चौकसी दिखा रही है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है, ‘’जब मोदी जी खुद पेटीएम के एड में आ गए हैं तो अब केंद्र सरकार उसकी जेब में है. सीबीआई की हिम्मत नहीं कि कंपनी के ऑर्डर को न माने.’’
केजरीवाल की नाराज़गी की वजह भी है. आमतौर पर सीबीआई ऐसे मामलों में केंद्र सरकार, सुप्रीम कोर्ट या किसी हाईकोर्ट के ऑर्डर पर ही केस दर्ज करती है. लेकिन पेटीएम के मामले में वो बेतावी से मैदान में कूद पड़ी.
दिल्ली में हमें केस दर्ज करने का हक- CBI
उस बारे में सोशल मीडियो पर जबरदस्त आलोचना होने के बाद सीबीआई ने सफाई दी है. सीबीआई दिल्ली क्षेत्र में Information Technology Act के तहत मुकदमे दर्ज कर सकती है, इसमें व्यक्तिगत मुकदमे भी शामिल हैं.
पेटीएम के साथ कैसे हुई धोखाधड़ी ?
पेटीएम के मुताबिक, 2014 से 2016 के बीच 48 मामलों में ग्राहकों को सामान की डिलीवरी की गई इसके बावजूद उन्हें रिफंड भी किया गया. मतलब कि कस्टमर्स को उनके ऑर्डर का सामान भेजा गया, उन्होंने खराब प्रोडक्ट होने की शिकायत की लेकिन सामान लौटाया भी नहीं और रिफंड भी ले लिया.
15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज
इस तरह कंपनी को 6 लाख 15 हजार रुपये का चूना लगा. इस मामले में पेटीएम की शिकायत पर सीबीआई ने साउथ दिल्ली के कालकाजी, गोविंदपुरी और साकेत में रहने वाले 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 कम्युनिकेशन के कुछ कर्मचारियों पर भी केस दर्ज हुआ है.