पंजाब में आम आदमी पार्टी मे बगावत के हालात, विधायकों ने बैठक की

नई दिल्ली : पंजाब में मामला सिर्फ आम आदमी पार्टी के एक या दो नेताओं के इस्तीफे का नहीं है. माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी के बड़ी संख्या में विधायक पार्टी में बगावत का एलान कर सकते हैं. इतना ही नहीं उसकी सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी भी कभी भी किसी बड़े फैसले का एलान कर सकतीहै. पार्टी के विधायकों ने आज इस मुद्दे पर चंडीगढ़ में मीटिंग भी की. इतना ही नहीं इसके बाद भी बैठक की जाएगी. बैठकों में बाकायदा सभी ने एकमत से केजरीवाल की माफी की निंदा की है, लेकिन स्टेट यूनिट का अगला फैसला क्या होगा इस बारे में अभी कुछ समय बाद पता चलेगा.

विपक्ष के नेता सुखपाल खैहरा ने बताया कि चर्चा दोबारा शुरू होगी और उसमें जो फैसला होगा वह शाम तक बता दिया जाएगा. सूत्रों का यह कहना है कि पार्टी में इस बात को लेकर चर्चा चल रही है कि क्यों न अपने आप को नेशनल यूनिट से अलग कर दिया जाए. एक सीनियर विधायक ने इसकी पुष्टि भी की है, लेकिन उन्होंने कहा कि अंतिम फैसला क्या होगा यह शाम तक ही पता चल पाएगा.

इससे पूर्व पार्टी के पंजाब अध्यक्ष भगवंत मान पद से इस्तीफा दे चुके हैं. विधायक दल के नेता व नेता प्रतिपक्ष सुखपाल खैहरा, प्रदेश उपाध्यक्ष अमन अरोड़ा व वरिष्ठ नेता कंवर संधू भी केजरीवाल के इस बयान को सिरे से खारिज कर चुके हैं. पार्टी नेताओं ने कहा कि केजरीवाल ने उनसे सलाह-मशविरा किए बिना ही यह कदम उठाया है. इससे न केवल पार्टी की प्रतिष्ठा को धक्का लगा है बल्कि नशे के खिलाफ लड़ी जा रही लड़ाई को भी आघात पहुंचेगा.

बता दें, पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी के मुख्य एजेंडा नशा तस्करी ही था. पूरे चुनाव में केजरीवाल सहित पार्टी नेताओं ने मजीठिया को निशाने पर रखा था, लेकिन अब केजरीवाल के इस मुद्दे पर यू टर्न लेने के बाद पार्टी नेता सकते में हैं.

वहीं, आम आदमी पार्टी की सहयोगी लोक इंसाफ पार्टी के नेता सिमरजीत सिंह बैंस ने इसे पंजाब के लोगों के साथ विश्वासघात करार दिया. कहा, हमारे विधायक एक साथ बैठेंगे और एक सामूहिक निर्णय लेंगे.

केजरीवाल के माफी मांगने पर केंद्रीय मंत्री व शिअद नेत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि इससे आम आदमी पार्टी की सस्ती राजनीतिक का पता चलता है. उन्होंने चुनाव अभियान के दौरान झूठा प्रचार किया. यह अच्छा है कि उसने अपने झूठ को स्वीकार किया.