इलाहाबाद में दलित युवक को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई. पीटने वाले आज़ाद

इलाहाबाद: योगीराज में अपराध का ये वो चेहरा है जिसे एनकाउंटर पर एनकाउंटर करके खून से छिपाने की कोशिश चल रही है. गुंडों के हौसले उतने ही बुलंद हैं. आज इलाहाबाद में मामूली कहासुनी के बाद एक 26 साल के युवक को लोगों ने पीट पीट कर मार दिया. घटना का विचलित कर देने वाला वीडियो भी सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि एक रेस्‍तरां के बाहर कुछ लोग उस शख्‍स को हॉकी स्टिक, टूटी पाइप और ईंटों से बुरी तरह मार रहे हैं. कानून की पढ़ाई करने वाला 26 वर्षीय विद्यार्थी दिलीप कोमा में चला गया जिसकी रविवार सुबह अस्‍पताल में मौत हो गई. घटना के मुख्‍य अभियुक्‍त की पहचान हो गई है लेकिन एनकाउंटर पुलिस उन्हें पकड़ने में कामयाब नहीं हो सकी है.

वहां से गुजर रहे एक व्‍यक्ति के मोबाइल फोन से रिकॉर्ड किए गए वीडियो में दिख रहा है कि दिलीप सरोज नाम का शख्‍स रेस्‍तरां की सीढ़ियों पर अचेत पड़ा है. ऐसा लग रहा है कि उसे मार रहे लोग नशे में धुत हैं. वीडियो में वहां से गुजरता एक व्‍यक्ति रुकता भी जबकि अन्‍य इस पर ध्‍यान नहीं देते. जिन लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद किया, वो वीडियो में कहते सुने जा सकते हैं कि ‘जब वह मर जाएगा तभी पुलिस आएगी.’

 

नौ फरवरी की शाम दिलीप (26) अपने दो साथियों के साथ कर्नलगंज स्थित एक होटल में खाना खाने गया था और वहां लग्जरी कार से आए कुछ लोगों से उसकी कहासुनी हो गई थी, जिसके बाद उन लोगों ने दिलीप को लाठी डंडों से पीटकर बुरी तरह से घायल कर दिया था. जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने बताया, “दिलीप के भाई की तहरीर पर कल सुबह तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. सीसीटीवी फुटेज और इस घटना के वायरल हुए वीडियो के आधार पर मुख्य अभियुक्त के तौर पर विजय शंकर सिंह की पहचान की गई है जो भारतीय रेलवे में टीटीई के पद पर कार्यरत है. वह अभी फरार है.”

 

उन्होंने बताया, “कालका होटल के मालिक अमित उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह विजय शंकर सिंह को पहले से जानता था और घटना के समय स्थल पर मौजूद था लेकिन इस घटना की सूचना उसने पुलिस को नहीं दी.” उन्होंने कहा कि लाश का पोस्टमार्टम कर उसे उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. कुलहरि ने माना कि भरे बाजार में ऐसी घटना की सूचना थाना प्रभारी को नहीं होना, उसकी खुफिया तंत्र की विफलता है… इस घटना की जवाबदेही तय की जाएगी और ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जाएगा.

 

उन्होंने बताया कि दिलीप सरोज इलाहाबाद डिग्री कॉलेज में एलएलबी द्वितीय वर्ष का विद्यार्थी था और प्रतापगढ़ का रहने वाला था. पुलिस मुख्य अभियुक्त की तलाश कर रही है और उसे जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा.