चीन वाट्सएप पर रोक लगाई, अमेरिका चकित, आखिर कैसे बना ली टैक्नोलॉजी

नई दिल्ली : कितना अच्छा हो कि भारत सरकार ये कदम यहां उठा ले. चीन ने लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग सेवा व्हॉट्सऐप के वीडियो, वॉयस चैट और तस्वीरों पर प्रतिबंध लगाने के बाद इसके टेक्स्ट सेवा पर भी प्रतिबंध लगा दिया है. सीएनएन की ने सेंसरशिप, निगरानी और ट्रैफिक जोड़-तोड़ की पहचान करने वाले एक वैश्विक ऑब्जेर्वेशन नेटवर्क, ‘ओपेन ऑब्जेर्वेटरी ऑफ नेटवर्क इंटरफेरेंस(ओओएनआई)’ के हवाले से ये खबर दी है. ओओएनआई के मुताबिक चीन के इंटरनेट सेवा प्रदाताओं ने व्हॉट्सऐप पर प्रतिबंध लगा दिया है.

न्यूयार्क टाइम्स का कहना है कि चीन का ये कदम बहुत कुछ कह रहा है . इसका मतलब है कि चीन ने इन मैसेजों से निपटने के लिए स्पेशलाइज्ड सॉफ्टवेयर प्रणाली विकसित कर ली है. यह प्रणाली एन्क्रिपशन प्रणाली पर निर्भर करती है जिसका प्रयोग व्हॉट्सऐप के अलावा अन्य सेवाओं में किया जाता है.”

व्हॉट्सऐप ने इस घटना पर किसी तरह की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है. कुछ लोग हालांकि वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (वीपीएन) के जरिए या इंटरनेट ट्रैफिक में हेरफेर कर इन सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन चीनी सरकार ने इस वर्ष वीपीएन का भी तोड़ निकाल लिया है. आरएएनडी कॉरपोरेशन में वरिष्ठ अंतरराष्ट्रीय रक्षा अनुसंधान विश्लेषक टिमोथी हीथ के मुताबिक, चीन की सरकार को यह पसंद नहीं है कि व्हॉट्सऐप मजबूत एनिक्रप्शन का इस्तेमाल होता है.

हीथ ने सीएनएन को बताया, “चीन की सरकार इंटरनेट संचार पर निगरानी रखना चाहती है और इसलिए वह लोगों को उस तरह की प्रौद्योगिकी मुहैया करा रही है, जिस पर सरकार आसानी से नजर रख सकती है.” चीन के विशाल संभावना वाले इंटरनेट मार्केट में बढ़त बनाने के उद्देश्य से फेसबुक को हाल ही में यहां पर जारी करने का अधिकार मिला है लेकिन अभी इसका नाम उजागर नहीं किया गया है. चीन की इंटरनेट सेंसरशिप ने फेसबुक,एप्पल और गूगल जैसी बड़ी कंपनियों को 700 मिलियन इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं के बड़े बाजार से दूर कर दिया है. पिछले माह इंटरनेट सेवा पर सख्ती के बाद एप्पल को चीन में स्थित सभी स्टोरों से वीपीएन एप हटाने पड़े थे.