अब उधार में रेल टिकट, गरीबों के लिए नहीं है सुविधा, ये है तरीका

नई दिल्ली : IRCTC डिजीटल भुगतान स्वीकार करने वाली सभी सरकारी एजंसियों में सबसे पहली कैशलेस एजंसी बन गई है. IRCTC द्वारा अब ग्राहक उधार लेकर टिकट बुक करा सकेंगे. इस महीने के शुरुआत में लांच की गई इस नई स्कीम के मुताबिक ग्राहक सफर करने से पांच दिन पहले IRCTC की वेबसाइट के जरिए उधार लेकर टिकट बुक करा सकेंगे और बुकिंग के 14 दिनों के अंदर-अंदर उन्हें टिकट का भुगतान करना होगा. ये सुविधा सिर्फ ग्राहक की रिपेयिंग कैपेसिटी यानी भुगतान करने की क्षमता के आधार पर मिलेगी. ये क्षमता भी रेलवे नहीं एक प्राइवेट कंपनी तय करेगी. ये संविधान में प्रदत्त समानता के अधिकार के विपरीत है कि एक सरकारी विभाग अपनी सेवाएं गरीबों को नहीं दे रही है.

इन टिकट पर यात्रियों से 3.5 प्रतिशत का सर्विस चार्ज वसूला जाएगा. इस प्रकार यात्री बहुत ही आसानी से क्रेडिट पर अपनी टिकट बुक करा सकते हैं. इस सर्विस के लिए IRCTC ने मुंबई की कंपनी ईपेलेटर से करार किया है.

IRCTC के प्रवक्ता संदीप दत्ता ने इस स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक 50 लोग इस सर्विस का इस्तेमाल कर चुके हैं. अब यात्रियों को बिना पैसे की चिंता किए तुरंत टिकट बुक कराने की सुविधा IRCTC द्वारा दी जा रही है.

संदीप दत्ता ने बताया कि अगर यात्री समय पर टिकट का भुगतान नहीं कर पाते हैं तो उनपर जुर्माना लगाया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो यात्री बार-बार इस प्रकार टिकट के पैसों का भुगतान करने में बदमाशी करेगा उसे हमेशा के लिए इस स्कीम से वंचित रख दिया जाएगा.

टिकट की क्रेडिट लिमिट ईपेलेटर द्वारा तय की जाएगी. किस यात्री को कितने रुपए तक का टिकट पर क्रेडिट देना है यह ग्राहक की पेमेंट हिस्ट्री, ऑनलाइन पर्चेज पैटर्न, डिजीटल फुटप्रिंट और डिवाइस इंफोर्मेशन के जरिए ईपेमेंट तय करेगा. तक यात्री टिकट के लिए अपने IRCTC अकाउंट के जरिए पैसों का भुगतान करते थे.

स्टेशन पर टिकट काउंटर पर टिकट लेने के लिए लोगों की काफी भीड़ जमा रहती है इसलिए अब ऑनलाइन टिकट और फिर उसके ऑनलाइन भुगतान से यात्रियों को काफी राहत मिलने वाली है. यात्रियों को घंटे लाइन में खड़े होकर टिकट खरीदने के लिए अपनी बारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा.