अचानक वायरल होने लगी 1942 की फिल्म, मोदी के दावों का है जवाब

सोशल मीडिया पर कब क्या अचानक उभरकर आ जाए कोई नहीं जानता . अचानक वाट्सएप पर एक फिल्म वायरल होने लगी है. फिल्म का नाम है रोटी. फिल्म का यू ट्यूब लिंक लोग पोस्ट कर रहे हैं. इस लिंक के सात कहा जा रहा है .
लिंक में कहा जा रहा है कि ये फिल्म सबूत है इस बात का कि 1947 से आजतक भारत कितना बदला है . फिल्म में  आम आदमी की गरीबी और परेशानियों का जिक्र है साथ ही कहा जा रहा है कि ये फिल्म प्रधानमंत्री मोदी और उनकी पार्टी के बयानों के खिलाफ सबूत है. उन बयानों के खिलाफ सबूत जिनमें कहा जाता है कि देश में कुछ हुआ ही नहीं.
बड़ी बात ये है कि ये पुराने  ज़माने की ये फिल्म सिर्फ अगर सामाजिक असमानता  के लिहाज से देखी जाए तो इसका उल्टा संदेश देती है. फिल्म बताती है कि भारतीय समाज में सामाजिक असमानता और रोजी रोटी को संघर्ष में कोई कमी नहीं आई है. बीजेपी समर्थक कह रहे हैं कि फिल्म  बताती है कि देश में जितने चाहें संसाधन विकसित हो गए हों लेकिन आम आदमी की स्थिति वैसी है है. वैसे ही संसाधनों पर मुट्ठीभर लोगों का कब्जा है और गरीब के लिए एक एक रोटी बड़ा संघर्ष है.