आम आदमी पार्टी को इनकम टैक्स का नोटिस, पार्टी की सालगिरह पर केन्द्र का तोहफा !

नई दिल्ली : कल रामलीला मैदान से अपने भाषण में अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि उनके ऊपर 33 मुकदमे चल रह हैं. आज केन्द्र तरफ से एक और मुकदमा दर्ज हो गया. आम आदमी पार्टी को आयकर विभाग ने एक नोटिस थमाया है. विभाग ने पार्टी को 30 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का नोटिस थमा दिया है. पार्टी पर आरोप है कि उसने 2014 में अपने चंदे को लेकर जो सूचनाएं विभाग को दीं वो सही नहीं थीं. गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने कल ही अपनी स्थापना के पांच साल पूरे किए और इस अवसर पर दिल्ली के रामलीला मैदान पर बड़ा समारोह किया था. दूसरे शब्दों में पार्टी को ये साल गिरह पर आयकर विभाग का गिफ्ट है.

आय कर विभाग ने 30.67 करोड़ रुपये का टैक्स नोटिस थमाया है. इसके साथ ही आय कर विभाग ने आप से पूछा है कि 13 करोड़ की अघोषित संपत्ति के बारे में विभाग को सूचना क्यों नहीं दी. इसके अलावा विभाग ने उन 462 दान दाताओं का रिकॉर्ड नहीं रखने पर भी अरविंद केजरीवाल की पार्टी की खिंचाई की है जिन्होंने करीब 6 करोड़ रुपये दान दिए हैं. आय कर विभाग का नोटिस आप की पांच साल पूरे होने के ठीक अगले दिन आया है. पार्टी ने 26 नवंबर को ही अपनी स्थापना के पांच साल पूरे किए हैं.

आप को भेजे गए नोटिस में आय कर विभाग ने उन दान दाताओं की लिस्ट थमाई है जिन्होंने 20,000 रुपये से ज्यादा का चंदा दिया है. आय कर विभाग ने यह नोटिस वित्त वर्ष 2014-15 और 2015-16 के लिए जारी किया है. विभाग ने असेसमेंट के दौरान कुल 68.44 करोड़ रुपये की आय भी पार्टी के खाते में जोड़ी है. नोटिस के मुताबिक इस राजनीतिक दल ने करीब 13 करोड़ रुपये के चंदे का खुलासा नहीं किया है.

आम आदमी पार्टी के चंदे पर विपक्षी दल शुरू से सवाल उठाते रहे हैं. ये मामला इस साल की शुरुआत में उस समय भी उछला था जब आयकर विभाग ने पार्टी के नेताओ को नोटिस देकर उनसे चंदे के बारे में जवाब तलब करने के लिए उन्हें पेश होने को कहा था.

तब पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया था कि आयकर विभाग केंद्र सरकार की शह पर उस समय उनके नेताओं को परेशान कर रहा है जिस समय पार्टी के नेता पंजाब और गोवा में चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. अब जब पार्टी को टैक्स रिकवरी का नोटिस मिला है तब भी गुजरात में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं जहां कुछ सीटों पर आम आदमी पार्टी ने भी प्रत्याशी उतारे हैं.

आयकर विभाग के ताजा नोटिस के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने 2014 में अपने चंदे को लेकर गलत सूचनाएं दी, जिसके चलते पार्टी को 30 करोड़ 67 लाख रुपये का टैक्स चुकाने को कहा गया है.

आपने बताया बदले की कार्रवाई

आप के ट्रेजरर दीपक वाजपेयी ने इसे नोटिस को मोदी सरकार की बदले की कार्रवाई बताया है. उन्होंने कहा कि हमारा अकाउंट पारदर्शी है. दस रुपये के चंदे का भी हिसाब रखा जाता है. ये नोटिस बोगस है. उन्होंने कहा कि ये देश के इतिहास में पहली बार है कि राजनीतिक दल के चंदे को कर योग्य आय समझा जा रहा है. उन्होंने कहा कि वे इससे डरेंगे नहीं और नोटिस के खिलाफ कानूनी विकल्प इस्तेमाल करेंगे. पार्टी नोटिस के समय को लेकर भी सवाल उठा रही है क्योंकि कल ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी को हराने वाले उम्मीदवारों को वोट देने की अपील की थी और आज उन्हें ये भारी-भरकम नोटिस थमा दिया गया.

आपको बता दें कि इससे पहले भी गोवा और पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी कई नेताओं के पास आयकर विभाग के नोटिस आए थे. जिसके बाद अरविंद केजरीवाल भड़क उठे थे. उस दौरान केजरीवाल ने पीएम मोदी और बीजेपी पर जमकर हमला बोला और ट्वीट किया कि, ‘आयकर विभाग आम आदमी पार्टी को प्रताड़ित कर रहा है. मोदी जी, रिश्वत ख़ुद खाते हो, जांच हमारी कराते हो? काला धन भाजपा लेती है, जांच ‘आप’ की? चोरी और सीनाज़ोरी?’