खूनी है योगी के मठ का इतिहास, वो खुद भी हैं ‘हिंदू आतंकी’, न्यूयॉर्क टाइम्स का लेख

नई दिल्ली: भारत में हिंदू कट्टरपंथ देखने की लोगों की इतनी आदत पड़ गई है कि उन्हें  गोरक्षकों की हरकतें भी सामान्य लगने लगी हैं लेकिन अगर बाहर की दुनिया की नज़र  में देखा जाए तो भारत हिंदू कट्टरवाद के बेहद खतरनाक मोड पर पहुंच चुका है. समाज में बढाया गया विभेद धीरे धीरे विस्फोटक कगार पर पहुंच गया है. देश के बाहर से अगर देश को देखना है तो न्यूयॉर्क टाइम्स का ये लेख आपकी  मदद कर सकता है. न्यूयॉर्क टाइम्स में ‘राजनीतिक सीढ़ियां चढ़ता एक फायरब्रांड हिंदू पुजारी’ हेडिंग से छपे एक लेख में योगी आदित्यनाथ को हिंदू युवा वाहिनी का सरगना बताया गया है और इस संगठन को एक आतंकी संगठन के बराबर बताया गया है.

 

अखबार ने लिखा है कि गोरखनाथ मंदिर, जिसके आदित्यनाथ महंत हैं, का पुराना चरमपंथी इतिहास रहा है. इसमें कहा गया है, ‘वर्ष 1959 तक गोरखनाथ मंदिर के महंत रहे दिग्विजय नाथ को महात्मा गांधी की हत्या के कुछ दिन पहले उनकी हत्या के लिए युवाओं को उकसाने के लिए गिरफ्तार किया गया था. वहीं उनके बाद आए महंत अवैद्यनाथ ने 1992 में 16वीं सदी में बनी बाबरी मस्जिद को गिराने और उसकी जगह मंदिर बनाने के लिए भीड़ को उकसाया था. इस घटना के बाद भारत के हालिया इतिहास के सबसे खूनी दंगे भड़क उठे थे.

 

इस लेख में लिखा गया है कि भारत के सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य (उत्तर प्रदेश) में एक महंत को शासन करने के लिए चुना गया है, जिनके भाषणों में नफरत होती है. आर्टिकल में आगे कहा गया है कि आदित्यनाथ को अधिकतर लोग योगी कहकर बुलाते हैं और उनकी पहचान एक मंदिर के महंत के रूप में होती है.

 

अखबार की मानें तो योगी आदित्यनाथ ने मुसलमानों से बदला लेने के लिए हिंदू युवा वाहिनी का निर्माण किया ये एक तरह की सांप्रदायिक सेना है. इसके अलावा आर्टिकल में योगी आदित्यनाथ के राजनीतिक सफर और बीजेपी की राजनीतिक शैली पर भी काफी कुछ लिखा गया है.

 

अखबार ने योगी आदित्यनाथ को यूपी का सीएम चुनने के नरेंद्र मोदी के फैसले को आश्चर्यजनक बताते हुए लिखा है कि नरेंद्र मोदी तीन साल पहले सत्ता में आए थे तब विकास और आर्थिक प्रगति की बात किया करते थे, लेकिन अब भारत को ‘हिंदू राष्ट्र’ में बदलने के अभियान ने मोदी के विकास के एजेंडे को पीछे छोड़ दिया है और उनकी सरकार में देश के 17 करोड़ मुसलमान आर्थिक और सामाजिक तौर पर हाशिये पर जा पहुंचे हैं.

 

ख में कहा गया है कि योगी की पहचान एक ऐसे धार्मिक व्यक्ति की है, जो हिंदुओं का राज स्थापित करने के लिए अपने उग्र विचारों के लिए जाने जाते हैं. योगी ने इतिहास में मुसलमान शासकों द्वारा किए गए अत्याचारों का बदला लेने के लिए हिन्दू युवा वाहिनी बनाया है. वह खुलेआम ऐलान कर चुके हैं कि ‘हम सब धर्मयुद्ध की तैयारी कर रहे हैं.’

 

इस लेख में सीएम योगी आदित्यनाथ के संगठन हिन्दू युवा वाहिनी को गोरक्षक जैसा बताया गया है. इस, संगठन के सदस्यों द्वारा मुस्लिमों को धमकाकर गांव से निकालने, गाय ले जाने के लिए मारपीट करने और कई मामलों में मारपीट और उपद्रव में शामिल रहने का भी जिक्र है. साथ ही योगी आदित्यनाथ पर भी कई गंभीर मामलों समेत करीब दो दर्जन आपराधिक मुकदमों का भी जिक्र किया गया है.