केरल में बैल काटने वाले कांग्रेसी नहीं तो कौन थे? ये संघ का काम तो नहीं, वामपंथी पूछ रहे हैं सवाल

नई दिल्ली : केरल में कांग्रेस के प्रदर्शन के दौरान बैल काटने की घटना से कांग्रेस ने साफ इनकार किया है तीन स्तर पर कांग्रेस इससे इनकार कर चुकी है कि प्रदर्शन करने वाले उसके कार्यकर्ता थे. इसके साथ ही  ये विवाद खड़ा हो गया है कि बैल आखिर किसने काटा ? इससे राजनीतिक फायदा किसका हुआ और कौनसी पार्टी इसके पीछे थी. केरल में लंबे समय से कां कर रहे एक वामपंथी नेता का मानना है कि ये शरारत सिर्फ और सिर्फ संघ की है. संघ ने केरल को टारगेट बनाया हुआ है और वो केरल में अपनी मौजूदगी के ज़रिए देशभर में बीजेपी के फायदे की राजनीति कर रही है.

 

नाम न छापने की शर्त पर इस नेता ने कहा कि  रमजान के महीने में अगर आप जानवरों की खरीद फरोख्त में एक शर्त लगा देते हैं वो शर्त भी ये कि जानवरों के हलाल करने के लिए नहीं खरीदा जाएगा. जाहिर बात है कि इस कानून से एक समुदाय ही प्रभावित होगा. गाय काटने पर तो पहले से ही रोक है फिर ये कानून क्यों? यानी आप शरारतन काटने के लिए जानवरों की बिक्री पर सवाल उठाना चाहते हैं. वो भी उस देश में जिसका हिस्सा सिर्फ उत्तर भारत के दो चार राज्य ही नहीं है बल्कि जिसमें नॉर्थ ईस्ट के राज्य भी है बंगाल भी है. उड़ीसा भी है केरल भी है और तमिलनाडु भी. इन राज्यों में प्रमुख आबादी नॉन वेजीटेरियन है.

 

उनका कहना था कि सब जानते है कि ऐसे मुद्दे मोदी की पार्टी सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए पैदा करती है इसलिए  ज्यादातर राजनीतिक पार्टियों ने इसका विरोध ही नहीं किया जाहिर बात है ये मुद्दा नहीं बन सका. इसके बाद विवाद खड़ा करने के लिए नया हथकंडा अपनाया गया और यूथ कांग्रेस की आड़ में  कुछ लोग एक बैल को ट्रक में लेकर आए. उसके बाद खुलेआम उसकी हत्या की और फिर स्थानीय लोगों के बीच उसके मीट को मुफ्त में बांट दिया. हालांकि, बाद में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ऐसी किसी भी घटना में शामिल होने से इनकार किया.

 

पार्टी कार्यकर्ताओं की इस हरकत से कांग्रेस के केन्द्रीय नेताओं व पार्टी आलाकमान ने खुद को अलग कर लिया है. यहां तक कि राहुल गांधी ने ट्वीट करके इसकी निंदा कर दी. राहुल ने ट्वीट कर कहा है कि कल केरल में जो भी कुछ हुआ वह बिना बुद्धिहीन निर्दयी हरकत है इसे स्वीकार किया ही नहीं जा सकता. ऐसी घटनाओं का न तो मैं और न ही कांग्रेस पार्टी समर्थन करती है. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं. राहुल गांधी का यह ट्वीट रविवार की रात आरोपियों के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज होने के कुछ घंटे बाद उनके ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल से आया.

 

आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज

दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से बाजार में हत्या के लिए जानवारों के खरीद-फरोख्त पर रोक लगाने के फैसले के विरोध करते हुए कुछ लोग रविवार को खुलेआम एक बैल की हत्या कर उसका मांस निकालते देखे गए. इस घटना के बाद केरल भाजपा युवा मोर्चा ने आरोपियों के खिलाफ पुलिस में नामजद एफआईआर दर्ज करवा दी है.

 

कांग्रेस ने वीडियो से किया किनारा

इस मामले में बदनाम करने को लेकर कांग्रेस गुस्से में है. कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि जो लोग ऐसा कर रहे हैं वो हमारी पार्टी से जुड़े हुए नहीं हैं. सिंघवी ने कहा है, अगर किसी ने किसी कानून का उल्लंघन किया है तो उसको कानून के अनुसार कार्रवाई होनी चाहिए. कांग्रेस कभी उसका समर्थन नहीं करेगी लेकिन ये प्रमाणित होना भी जरूरी है कि जिसका वीडियो चल रहा है वो कांग्रेस से हैं भी की नहीं.

 

बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ने किया वीडियो वायरल

केरल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष कुममानम राजशेखरन ने बैल काटने वाले वीडियो को शेयर किया. अपने ट्विटर पर राजशेखरन ने लिखा कि ये क्रूरता का चरम है. वीडियो पोस्ट करते हुए राजशेखरन ने आरोप लगाया है कि राज्य में यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सरेआम एक गाय की हत्या की है. वीडियो में कुछ लोग सरेआम एक बैल काटते हुए और पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारा लगाते हुए दिख रहे हैं. इस वीडियो में यह भी दिख रहा है कि कुछ लोगों के हाथ में यूथ कांग्रेस का झंडा भी है.