ताजमहल पर बीजेपी का यू टर्न, यूपी सरकार के कैलेण्डर में मिली जबरदस्त अहमियत

नई दिल्ली : योगी सरकार ने एक ही महीने में ताज महल पर यू टर्न ले लिया है. सरकार ने 2018 के कैलेन्डर में ताजमहल को अहमियत दी है. ज्य सूचना विभाग की ओर से जारी कैलेंडर में जुलाई महीने वाले पन्ने पर ताजमहल की तस्वीर है. इसके अलावा इसमें गोरखपुर के गोरक्षनाथ पीठ को जगह दी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरक्ष पीठाधीश्वर हैं.

कैलेंडर में बीजेपी का नारा ‘सबका साथ सबका विकास—उत्तर प्रदेश सरकार का सतत प्रयास’ अंकित हैं. इसमें सभी पन्नों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी के चित्र प्रमुखता से हैं. वहीं कैलेंडर के सभी पन्नों पर राज्य के विरासत स्थलों, पर्यटन स्थलों एवं ऐतिहासिक इमारतों के चित्र हैं. यानी सरकारी खर्चे से पार्टी का प्रचार.

इस कैलेण्डर में प्रयागराज त्रिवेणी संगम (इलाहाबाद), राम की पौढ़ी (अयोध्या), बरसाने की होली (मथुरा), गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब (पीलीभीत), देवगढ़ जैन मंदिर (ललितपुर), सारनाथ स्तूप (वाराणसी), रानी झांसी का किला (झांसी), श्रीकृष्ण जन्मस्थान मंदिर (मथुरा), विंध्याचल त्रिकोण दर्शन (मिर्जापुर) और काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी) की भी तस्वीरें हैं

गौरतलब है कि ताज को लेकर बीजेपी के विवादास्पद विधायक संगीत सोम ने कहा था कि वो इतिहास को दोबारा लिखवाएंगे. नये इतिहास में मुगल बादशाहों के नाम को हटा दिया जाएगा. वहीं हाल ही में योगी सरकार ने पर्यटन विभाग की बुकलेट से ताजमहल का नाम पर्यटन क्षेत्रों की सूची से कथित रूप से हटा दिया गया है. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बयान जारी कर कहा था कि 370 करोड़ रुपये की पर्यटन परियोजनाएं प्रस्तावित हैं, जिसमें से 156 करोड़ रुपये की परियोजनाएं आगरा और ताजमहल के आसपास के सौंदर्यीकरण के लिए है.

मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गोरखपुर में कहा, ‘यह मायने नहीं रखता कि ताज महल को किसने और क्यों बनवाया. यह भारत माता के सपूतों के खून पसीने से बना है. यह पूरी दुनिया में अपने वास्तुकला के लिए मशहूर है. यह एक ऐतिहासिक धरोहर है और हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है. खासतौर पर पर्यटन की दृष्टि से यह हमारी प्राथमिकता में है और पर्यटकों को सुविधाएं एवं सुरक्षा मुहैया कराना हमारी जिम्मेदारी है.’

योगी ने बताया कि वह आगरा में पर्यटन योजनाओं की समीक्षा के लिए अगले सप्ताह वहां जाएंगे. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह मायने नहीं रखता कि ताज महल को किसने और क्यों बनवाया। ताजमहल एक ऐतिहासिक धरोहर है.