खज़ाना भरने के लिए टीटीई से अवैध वसूली करवा रही है रेल्वे

नई दिल्ली:  मोदी सरकार रेल्वे में टीटी से अवैध वसूली करवा रही है. ये सुनने में अजीब लगे लेकिन सही है. रेलवे कर्मचारियों के एक संगठन ने आरोप लगाया है कि राजस्व बढ़ाने के लिए टीटीई को नियम तोड़ने के लिए मजबूर करते हैं. संघ के अनुसार, अधिकारियों द्वारा टीटीई को स्लीपर क्लास के बिना टिकट यात्रियों को गैर-कानूनी रूप से टिकट जारी करने का दबाव डाला जाता है. आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन ने इस संबंध में 21 जनवरी को रेलवे बोर्ड को एक पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि यह बोर्ड के आदेशों का खुला उल्लंघन है.

इसका नुकसान यात्रियों को होता है. क्योंकि स्लीपर क्लास में घुसे बिना टिकट मुसाफिर यात्री को अगर आप टिकट दे देंगे तो उसे उतार नहीं सकते. इससे रिजर्व कैटेगरी के कोच में सुरक्षा का भी खतरा खड़ा हो जाता है.

पत्र में कहा गया है, ‘रेलवे बोर्ड का आदेश हैं कि यदि कोई भी व्यक्ति स्लीपर क्लास में अनधिकृत रूप से यात्रा करते पाया जाता है तो उससे अगले ठहराव तक का किराया वसूल कर अगले स्टेशन पर ट्रेन से उतार दिया जाना चाहिए. लेकिन राजस्व बढ़ाने के लिए सभी स्थानीय सीसीएम (रेलवे जोन के मुख्य वाणिज्यिक प्रबंधक) टीटीई को अधिकतम दूरी तक का किराया वसूलने के लिए मजूबर करते हैं. यह रेलवे बोर्ड के आदेशों का खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन है.

इतना ही नहीं इससे टीटीई के करप्शन की संभावना भी बढ़ जाती है.