दावोस में मोदी के भाषण पर ट्रप ने दी सफाई, कहा जो समझा जा रहा है वैसा नहीं है

नई दिल्ली :  दावोस में पीएम मोदी के हमले का अब डोनाल्ड ट्रंप ने जवाब दिया है. मोदी ने दावोस में अपने भाषण में कहा था कि कुछ देश आत्मकेन्द्रित हैं और अपने बारे में सोचते हैं. ये ग्लोबलाइजेशन की धारणा के विपरीत है. इसके बाद आज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि उनके लिए अमेरिका सबसे पहले (America first) है, लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं है कि अमेरिका अकेला ही सबसे पहले है.

शुक्रवार को स्विट्जरलैंड के दावोस में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हम मुक्त व्यापार का समर्थन करते हैं, लेकिन इसके लिए जरूरी है कि यह निष्पक्ष होना चाहिए. उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार के लिए दोनों ओर से निष्पक्षता जरूरी है.

डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अगर अमेरिका आगे बढ़ता है, तो दुनिया आगे बढ़ती है. यदि कुछ देश सिस्टम का दुरुपयोग करते हैं, तो हम मुक्त और खुला व्यापार का समर्थन नहीं कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अब अमेरिका आंख मूंदकर अनुचित व्यापार (Unfair Trade) की  इजाजत नहीं दे सकता है. उन्होंने कहा कि व्यापक स्तर पर बौद्धिक संपदा चोरी (intellectual Proprty theft), इंडस्ट्रियल सब्सिडीज और राज्य के नेतृत्व वाली आर्थिक योजना (pervasive state-led economic planning) ग्लोबल मार्केट को नुकसान पहुंचाते हैं.

इससे पहले दावोस में प्रधानमंत्री मोदी का भाषण सीधे सीधे अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना था. मोदी ने अमेरिका जैसे देशों को बिना लाग लपेट के आत्मकेंद्रित बताया. उन्होने कहा कि कुछ विकसित देश आत्मकेन्द्रित हो रहे हैं ये देश खुद के बारे में सोचते हैं. ये सही नही है. ये भूमंडलीकरण की मूल भावना के खिलाफ है.

माना जा रहा है कि उनके इस भाषण का के निशाने पर सीधे तौर पर ट्रंप के अमेरिका फर्स्ट नीति थी. उन्होंने कहा कि भारत ऐसा नहीं सोचता हम सदियों से वसुधैव कुटुंबकम में विश्वास करते हैं. भगवान बुद्ध ने शिक्षा दी थी कि ज़रूरत से ज्यादा प्रकृति से कभी नही लेना चाहिए. मोदी ने कहा था कि हम स्वार्थी नहीं हैं भारत ने हमेशा दुनिया का साथ दिया है. हमने प्रथम विश्वयुद्ध में सिर्फ सच का साथ देने के लिए अपने लाखों सैनिक कुर्बान कर दिए. संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना में सबसे ज्यादा सैनिक भारत ने दिए हैं.

मोदी के इस भाषण की चीन ने भी तारीफ की थी. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संरक्षणवाद के खिलाफ दिया भाषण सुना है. उन्होंने कहा, ‘पीएम मोदी का बयान दर्शाता है कि मौजूदा वक्त में ग्लोबलाइजेश दुनिया का ट्रेंड बन गया है. इससे विकासशील देशों समेत सभी मुल्कों को लाभ पहुंचता है. संरक्षणवाद के खिलाफ लड़ने और ग्लोबलाइजेशन को बढ़ावा देने में भारत और चीन के बीच काफी समानता है.’