अंबानी के चक्कर में कम हो गए करीब 40000 रोज़गार, 90000 नौकरियां खतरे में

हमने 15 फरवरी 2017 यानी करीब एक साल पहले खबर दी थी. इस खबर में बताया गया था कि अंबानी की जिओ को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार ने नियमों में जो ढिलाई की है उससे कम से कम 25 हज़ार नौकरियां जा सकती हैं. अब ये भविष्यवाणी सही साबित होती दिखने लगी है.

नौकरियां 25 हज़ार नहीं बल्कि 40 हज़ार से ज्यादा गईं इतना ही नहीं आने वाले साल में इस सैक्टर में खत्म होने वाली नौकरियों का आंकड़ा अगले छह महीनों में 80 से 90 हजार तक पहुंच सकता है. बेंगलुरू स्थित सीआईईएल एचआर सर्विसेज नामक संस्था की इस रिपोर्ट के मुताबिक टेलिकॉम सेक्टर में गिरावट का दौर अगली दो से तीन तिमाहियों तक जारी रहेगा. जिसके कारण ये हालात बने हैं.

रिपोर्ट के मुताबिक इसके कई कारण हैं. टेलिकॉम कंपनियों के बीच की होड़ पिछले डेढ़ वर्षों में यह गला काट प्रतिस्पर्धा में बदल गई है. रिलायंस जिओ के आने के बाद ग्राहकों को अपने साथ बनाए रखने के लिए दूसरी कंपनियों ने सेवाएं सस्ती कीं जिसका सीधा असर उनके लाभ पर पड़ा. मुनाफा घटने पर स्टाफ में कटौती की गई.

वहीं कुछ कंपनियों के आपसी विलय से भी नौकरियों पर संकट पैदा हुआ है. रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि टेलिकॉम सेक्टर में अब दूसरे क्षेत्रों के मुकाबले वेतन वृद्धि यानी इन्क्रीमेंट बहुत कम है. इसलिए जो पद खाली हो रहा है वह लंबे समय तक खाली ही रह जा रहा है. लोग दूसरे सेक्टरों को तरजीह दे रहे हैं.

 

ये है हमारी पुरानी खबर …