योगी सरकार का जेब पर तगड़ा करंट, बिजली के दाम बेतहाशा बढ़े

लखनऊ : यूपी की योगी सरकार ने प्रदेश के लोगों की जेब को 440 वोट का झटका दिया है. यूपी बिजली आयोग के चेयरमैन एसके अग्रवाल ने एलान किया कि बिजली के रेट बढ़ाए जा रहे हैं

शहरी उपभोक्ताओं के लिए नई दरें

150 यू. 4.90 रूपए के रेट से मिलेगी

150-300 यू. 5.40 रुपये में मिलेगी

300-500 यू. 6.20 रुपये के रेट से मिलेगी

500 यू. से ऊपर 6.50 रुपये के रेट से बिजली मिलेगी

शहरी व्यावसायिक उपभोक्ताओं को 300 यू. तक 7 रुपये प्रति यू.

शहरी 300 से 1000 यू. 8 रुपये प्रतियू. किया गया.

शहरी व्यावसायिक फिक्स चार्ज 200 से बढ़ाकर 300 किया गया

वहीं ग्रामीण अनमीटर्ड कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को 1000 रुपये महीने देना होगा. पहले यह दर 600 रुपये थी. किसानों को सिंचाई के लिए अब 100 के बजाय 150 प्रति बीएचपी के रेट से बिजली मिलेगी.

अगले सप्ताह से बिजली महंगी हो जाएगी. उद्योगों को छोड़ गांव से लेकर शहरवासियों को महंगी बिजली का तगड़ा झटका लग गया. गुरुवार को उत्तर प्रदेश बिजली आयोग टैरिफ आर्डर जारी कर दिया. नगरीय निकाय चुनाव में जनता की नाराजगी से बचने के लिए राज्य सरकार के इशारे पर अब तक टैरिफ आर्डर न जारी करने वाले नियामक आयोग ने गुरुवार को चालू वित्तीय वर्ष के लिए बिजली की दरें घोषित कर दी. बुधवार को अंतिम चरण के मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है इसलिए सरकार के साथ ही निर्वाचन आयोग को भी अब दरें घोषित करने पर किसी तरह की आपत्ति नहीं है. राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल ने बताया कि नियामक आयोग को इस संबंध में अनुमति दे दी गई है.

सूत्रों के मुताबिक लघु, मध्यम व भारी उद्योगों व लाइफ लाइन उपभोक्ताओं को छोड़कर अन्य सभी श्रेणियों के बिजली उपभोक्ताओं की बिजली महंगी होगी. चूंकि गांव की बिजली की दरें लंबे समय से न बढऩे के कारण काफी कम हैं इसलिए सर्वाधिक बढ़ोत्तरी ग्रामीण उपभोक्ताओं की बिजली की दरों में ही दिखाई देगी. अब तक जहां ग्र्रामीणों को 180 रुपये प्रति किलोवाट महीने देना होता है वहीं अगले सप्ताह से 300 रुपये देने होंगे. पहली अप्रैल से यह 400 रुपये हो जाएगी. प्रति यू. दर 2.20 रुपये से बढ़कर 100 यू. तक तीन रुपये और उससे अधिक अधिकतम 5.50 रुपये होगी.

निजी नलकूप का फिक्स चार्ज 100 से बढ़कर 150 रुपये किया जा रहा है. इसी तरह शहरी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए फिक्स चार्ज 90 से 100 रुपये तथा खपत के अनुसार प्रति यू. दर 4.90 से 6.50 रुपये हो जाएगी. वाणिज्यिक उपभोक्ताओं का फिक्स चार्ज 600 से 1000 तथा मिनिमम चार्ज 375 से 500 रुपये बढ़कर 425 से 575 रुपये होगा. प्रति यू. अधिकतम दर 8.30 रुपये होगी. मौजूदा रेग्यूलेटरी सरचार्ज आगे भी बना रहेगा.

गौरतलब है कि वित्तीय संकट से जूझ रहे पावर कारपोरेशन प्रबंधन ने तो औसतन 22 फीसद बिजली की दरें बढ़ाने का प्रस्ताव किया था लेकिन नियामक आयोग ने जन सुनवाई करने के बाद लगभग 15 फीसद ही दरें बढ़ाने का निर्णय किया है. चूंकि नियमानुसार आयोग द्वारा टैरिफ आर्डर जारी होने के सात दिन बाद वह प्रभावी होता है इसलिए उपभोक्ताओं को अगले सप्ताह से नई दरों के मुताबिक बिजली के बिल का भुगतान जनवरी से करना होगा.