वाट्सएप पर वायरल हो रहे हैं ये मैसेज, अपनों के निशाने पर हैं मोदी !


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नई दिल्ली : जब से बॉर्डर पर पाकिस्तान ने सैनिकों के शवों के साथ बर्बरता की है वाट्सएप पर एक के बाद एक हमले हो रहे हैं. सबका निशाना पीएम मोदी है. ज्यादातर लोग मोदी के पुराने बयानों का हवाला दे रहे हैं जिसमें कहा जा रहा है कि मोदी ने पहले बड़े बड़े वादे किए थे लेकिन अब उनका रुख पाकिस्तान के लिए बदल गया है. इन पोस्ट में सबसे ज्यादा वायरल हो रहा है ये मैसेज. इन मैसेज में मोदी को पाकिस्तान के मामले में सबसे कमज़ोर प्रधानमंत्री बताया गया है. हम कुछ चुनिंदा पोस्ट आपके लिए लाए हैं.

ये हैं पोस्ट

अरुण प्रकाश मिश्र की कलम से

इंदिरा गांधी 14 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहीं लेकिन कभी पाकिस्तान नहीं गईं. इंदिरा जी ने पकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए वो अलग.

मनमोहन सिंह 10 वर्षों तक प्रधानमंत्री रहे लेकिन कभी पकिस्तान नहीं गए. पाकिस्तान में मनमोहन सिंह का जन्म स्थान भी है तब भी उन्होंने पाकिस्तान की तरफ देखा तक नहीं.

आखिर ऐसा क्या हुआ कि जिन्दगी भर पाकिस्तान के नाम पर राजनैतिक रोटियां सेकने वाले निर्लज्जता से साल भर के अन्दर ही बिना बुलाये बिरयानी और केक खाने पकिस्तान पहुँच गए?

यह देशभक्ति में नही बल्कि अदानी भक्ति में लिया गया निर्णय था. अदानी के 4000 मेगावाट पॉवर प्रोजेक्ट के लिए जमीन हमवार करनी थी. जब तक अदानी का कारोबार पकिस्तान में चल रहा है या चलने की ज़रा भी सम्भावना बाकीं है, हमारा 56 इंची चौकीदार पकिस्तान की तरफ आँख उठा कर भी देखने की हिम्मत नहीं करेगा.

आखिर इन्हीं पूंजीपतियों के पैसों से तो चुनाव जीते हैं तो फिर इनके कारोबार को नुक्सान कैसे पहुंचाया जा सकता है. सेना मरती है तो मरती रहे, देश झुकता है तो झुकता रहे लेकिन चौकीदार के मालिकों को नुक्सान नहीं पहुंचना चाहिए.

 

मनमोहन सिंह कायर प्रधानमंत्री थे।
2012 से 2014 के 2 सालों में 171 सैनिक मारे गए।
लेकिन ताकतवर pm के समय………..
2014- 2015 में आंकड़ा 221
2015 -2016 में आंकड़ा 300
2017 में 4 महीने में ही 250 से ज़्यादा मारे जा चुके हैं।

कुल 771 ….
30 महीने में 1300 सौ से ज्यादा सीज फायर उल्लंघ्न ,
RTI से पता चला है।। कायर कौन और ताकत वर कौन अंदाज लगा लो

दूसरा पोस्ट संता बंता वाला है इसे भी खूब शेयर किया जा रहा है.

संता ने बंता को थप्पड़ मार दिया.

बंता ने तुरंत कड़े शब्दों में इसकी निंदा कर दी.

संता ने बंता को फिर थप्पड़ मारा.

बंता ने और कड़े शब्दों में इसकी निंदा कर दी.

संता ने बंता को फिर से थप्पड़ मारा.

बंता ने और कड़े शब्दों में इसकी निंदा की और इन हरकतों से बाज आने की चेतावनी जारी कर दिया.

संता ने बंता को फिर थप्पड़ मारा.

बंता ने इसे निंदनीय कृत्य निरूपित किया और कहा कि यह हमला संता के हताशा का परिचायक है.

संता ने बंता को फिर से थप्पड़ मारा.

अबकी बार बंता ने अपने चारों ओर सुरक्षा कड़ी करने के निर्देश जारी कर दिया, और दो टूक शब्दों में संता को बता दिया कि यह हमला कायराना हरकत है.

संता ने बंता को फिर से थप्पड़ मारा.

 

अबकी बार बंता ने फौरन मीटिंग बुला कर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश जारी कर दिया और संता को उचित समय पर कार्यवाही की चेतावनी दी.

संता ने बंता को फिर से थप्पड़ मारा.

अबकी बार बंता अपने सुरक्षा कर्मियों को संता के घर के चारों तरफ तैनात की हमले के लिए तैयार रहने का निर्देश देता है.

संता माहौल को भांप कर बंता को शांति वार्ता के लिए नियंत्रण देता है.

अगले दिन बंता संता की बीवी के लिए सूट कहां कपड़ा, शाल तथा बच्चों के लिए मिठाई लेकर शांतिवार्ता के लिए पहुंच जाता है, वार्ता सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न होती है.

बंता सीना फुलाकर वापस आ जाता है.

अगले दिन बंता को फिर थप्पड़ पड़ता है

.और मेरे पास घटना का वर्णन करने के लिए शब्द खत्म हो गये , लेकिन सिलसिला जारी है.

 

कुछ छोटे छोटे संदेश

  1. अच्छा हुआ जो बीजेपी सत्ता मे आ गयी , वरना उन्मादियो को यही लगता कि मोदी जी pm होते तो चीन घुटने टेक देता और पाकिस्तान तो नक्से से ही गायब हो जाता। #वीर शहीदों हम शर्मिंदा हैं, हमारे पास केवल ‘निंदा’ है

2. मनमोहन मोदी का रूप धरे दोबारा देश का प्रधान बन गया है ।जनता हैरान है।

कविताओं से अटैक

काटकरतुमसिरतोलानाचाहतेहो

काट कर तुम सिर तो लाना चाहते हो

तय तो कर लो कौन दुश्मन है कहाँ है

खेतिहर मज़दूर का लड़का सिपाही

इस तरफ है अगर तो उस तरफ़ भी है

और उस की लाश पर कुर्सी खिंचाई

इस तरफ है अगर तो उस तरफ़ भी है

रोटियां दालें हों या बेरोज़गारी

जब न काबू हों तो छिड़वा दी लड़ाई

आम लोगों के ज़मीनी मसअलों पर

पैंतरे बाजी है सरकारी लड़ाई

युद्ध हैं हथियार बिकवाने का ज़रिया

युद्ध फिर सरकार बनवाने का ज़रिया

जो भी हों जितनी बड़ी नाकामियां हों

युद्ध हैं उन सबको छिपवाने का ज़रिया

किसको तुम किससे बचाना चाहते हो

तय तो कर लो कौन दुश्मन है कहाँ है

दीपक तिरुवा