ईरान का विमान दुर्घटनाग्रस्त, अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण हुई 66 की मौत

नई दिल्ली : अमेरिका की अंतर्राष्ट्रीय धौंस और अमानवीय प्रतिबंधों का नतीजा है कि जगरोज़ माउंटेन्स के पास एक विमान हादसा हो गया. हादसे में 66 लोगों की मौत की खबर है.  हादसे का शिकार हो गया. इस बात की जानकारी वहां की आपातकालीन सेवा के प्रमुख ने रविवार को स्थानीय मीडिया को दी.

दशकों तक अमेरिकी दबाव में लगे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध के कारण ईरान का कॉमर्शियल पैसेंजर विमान काफी पुराना हो चुका है और यह हाल के वर्षों में आए दिन हादसे का शिकार होता रहता है.

पीर होस्सैन कूलिवंड ने फार्स न्यूज़ एजेंसी को बताया- यह विमान सेमिरॉम इलाके में हादसे का शिकार हुआ है और सभी इमरजेंसी फोर्सेज को अलर्ट कर दिया गया है. इस विमान में करीब 50 से 60 यात्री सवार थे. ख़बर के मुताबिक ये विमान तेहरान से इसफहान प्रांत के छोटे शहर यसुज़ जा रहा था. सेमिरॉम ईरान के दक्षिण-पूर्वी इलाके का पर्वतीय इलाका है जो राजधानी तेहरान से करीब 480 किलोमीटर दूर है.

विमान तकरीबन 620 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद क्रैश हो गया. फार्स न्यूज एजेंसी को पीर हुसैन कूलीवैंड ने बताया कि विमान सेमिरोम के पास क्रैश हुआ है, जिसके बाद आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट कर दिया गया है. विमान में 50-60 यात्री सवार हैं. सेमिरोम के गवर्नर ने बताया कि मदद के लिए हेलीकॉप्टर को तुरंत इसलिए नहीं भेजा जा सका क्योंकि काफी ज्यादा कोहरा था, मदद को सड़क के रास्ते भेजने की कोशिश की जा रही है. राडार से गायब हो गया था विमान स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एटीआर 72 विमान उड़ान भरने के 20 मिनट बाद ही राडार से लापता हो गया, विमान ने स्थानीय समय के अनुसार सुबह 5 बजे उड़ान भरी थी.

चश्मदीदों ने स्थानीय मीडिया को बताया कि विमान आपात लैंडिंग करने की कोशिश कर रहा था तभी यह क्रैश हो गया. जिस जगह पर यह हादसा हुआ है वह मध्य इस्फहन के सेमीरोम में है. खराब मौसम की वजह से तत्काल हेलीकॉप्टर को मदद के लिए नहीं भेजा जा सका है.

पहाड़ी इलाके में हुआ हादसा खबर के अनुसार जिस जगह पर यह हादसा हुआ है वहां एंबुलेंस भेज पाना मुमकिन नहीं है, लिहाजा हेलीकॉप्टर के जरिए मदद भेजी जा रही है. आपको बता दें कि असेमान एयरलाइंस का यह तीसरा सबसे बड़ा विमान है जोकि मुख्य रूप से ईरान की राजधानी तेहरान से चलता है.

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