परमाणु विस्फोट से खौफनाक हादसा, 200 लोगों की मौत, अमेरिका सन्न

नई दिल्ली : उत्तर कोरिया का पश्चिमी दुनिया से लड़ाई में कोई सगा नहीं है. थोड़ा साथ चीन से मिलता है लेकिन वो भी काफी शर्तों के साथ. अब फिर से उत्तर कोरिया को घेरने की कोशिशें शुरू हो गई हैं. ट्रंप के साऊथ कोरिया दौरे से पहले किम जोंगो को घेरा जा रहा है. ट्रंप की यात्रा से ठीक पहले जापान की तरफ से एक मीडिया रिपोर्ट आई है. ये रिपोर्ट कहती है कि परमाणु बमों के ताजा विस्फोट के बाद सुरंगों के ढहने के चलते नॉर्थ कोरिया में करीब 200 लोगों की मौत हो गई है. इस खबर से नॉर्थ कोरिया को हल्कें में ले रहा अमेरिका सन्न है.

जापान के असही टेलीविजन ने नॉर्थ कोरिया के बेनाम सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि तीन सितंबर को छठा परमाणु परीक्षण किम जोन उन की तरफ से किया गया था, उसके जबरदस्त विस्फोट के चलते पुन्गेई-री में एक सुरंग ढह गयी थी.

जापानी ब्रॉडकास्टर्स के मुताबिक, शुरुआत में करीब 100 श्रमिकों के मौत की खबर आयी थी. लेकिन, जब राहत कार्य शुरू हुआ उसके बाद एक अन्य सुरंग भी ढह गई जिसमें करीब 200 लोगों की मौत हो गई. असही टेलीवजन के मुताबिक यह हादसा परमाणु परीक्षण के बाद हुआ था.

उधर पश्चिमी मीडिया मे लगातार चेतावनियां दी जा रही है कि इस हादसे से वातावरण में रेडिएशन लीक होने का खतरा काफी बढ़ गया है. सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए यह पता चलता है कि साल 2006 के बाद नॉर्थ कोरिया की तरफ किए गए इस छठे परमाणु बम वस्फोट के चलते उस जगह के आसपास के इलाकों में भूस्खलन शुरू हो गया था. 38 नॉर्थ वेबसाइट की तरफ से छापी गई तस्वीर से यह साफ पता चलता है कि पुंगई-री में जोरदार बम विस्फोट के बाद तेज झटके ने जमीन को हवा में उड़ा दिया था.

यूएस ज्योलॉजिकल सर्वे के मुताबिक, विस्फोट के बाद 6.3 मैग्नीट्यूड का भूकंप दर्ज किया गया जबकि, उसके कुछ मिनट बाद एक और 4.1 मैग्नीट्यूड का झटका महसूस किया गया. जापान ऐसा मानता है कि नॉर्थ कोरिया ने जिसे हाइड्रोजन बम बताया था और यह 120 किलोटन है उसके परीक्षण के बाद ऐसा हुआ. साल 1945 में परमाणु बम हीरोशिमा में गिराया गया था, इस बम का आकार उससे करीब आठ गुना ज्यादा बड़ा है. हालांकि, नॉर्थ कोरिया के लिए इस तरह के किसी बड़े हादसे को मान लेना काफी असहज होगा, खासकर वह बात जिसमें उसका परमाणु कार्यक्रम जुड़ा हुआ हो.

दुनिया में अलग थलग पड़े इस देश ने किम के नेतृत्व में परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकी के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति हासिल की है. किम अपने पिता और नॉर्थ कोरिया के लंबे समय तक शासक रहे किम जोंग-II साल 2011 में निधन के बाद से सत्ता में आए थे. किम के आने के बाद से छह में से चार बार परमाणु विस्फोट नॉर्थ कोरिया ने किए है और वे लगातार अमेरिका की तरफ से किसी भी धमकी के जवाब में अपने देश को सुरक्षित रखने के लिए परमाणु हमले की धमकी दे रहा है.