होली पर वीर्य भरा गुब्बारा फेेंकने के मामले में नया खुलासा, लड़की फिर शर्मिंदा

नई दिल्ली : होली के समय दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की छात्राओं पर गुब्बारे में सीमन भरकर फेंकने के मामले में फॉरेंसिक रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्य में एक नया खुलासा हुआ है. जांच रिपोर्ट में साफ हुआ है कि लड़कियों के कपड़ों पर मिले दाग निशान सीमन के नही हैं बल्कि वो किसी और चीज़ के थे

दरअसल डीयू की छात्रा के ऊपर कुछ लोगों ने एक अनजान पदार्थ से भरा गुब्बारा फेंका. जब ये लड़की हॉस्टल पहुंची तो दूसरी छात्राओं ने बताया कि उसके कपड़ों पर सीमन यानी वीर्य लगा है . इससे विचलित छात्रा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट लिख मामले का खुलासा किया था. नॉर्थ ईस्ट की इस छात्रा के पोस्ट के बाद बवाल मच गया. बाद में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कपड़ों और कथित कैमिकल के सैंपल लैब में जांच के लिए भेजे थे. अब पुलिस को जांच रिपोर्ट मिली है जिससे साफ हुआ है कि कपड़ों पर मिले दाग या निशान सीमन के नहीं हैं.

पूर्वोत्तर की रहने वाली डीयू छात्रा ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, ‘मैं अमर कॉलोनी मार्केट में अपने एक मित्र के साथ एक कैफे में दोपहर भोज के लिए गई थी. जब मैं रिक्शे में बैठकर वापस आ रही थी तो कुछ लोग आए और मेरी तरफ तरल पदार्थ से भरा गुब्बारा फेंक दिया जो मेरे कूल्हे से टकराया और फट गया तथा इसमें भरी चीज के अंश मेरी ड्रेस पर फैल गए. मेरी काली लैगिंग पर सफेद निशान पड़ गए. मैं अनुमान नहीं लगा सकी कि असल में यह क्या था, लेकिन जब मैं हॉस्टल पहुंची तो सहेली ने बताया कि गुब्बारे में स्पर्म था.’

डीयू छात्रा ने यह भी कहा था कि कुछ लोगों ने मेरे ऊपर गुब्बारा फेंका. मैं इससे शर्मिंदा नहीं हुई हूं लेकिन ये घृणित है. मानवता को निचले स्तर तक ले जाते देखना भयावह है. एक अजनबी के रूप में अगर आप मुझपर सीमन जैसी किसी चीज को फेंकते हैं तो यह अस्वीकार्य है और मेरे आत्मसम्मान के भी खिलाफ है. छात्रा के आरोपों के बाद जगह-जगह बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन भी हुए थे. सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त कैंपेन चला था.