नोएडा की कई सोसायटियों का पानी एक हफ्ते में कटेगा, लोगों के पैसे बिल्डर खा गया


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नई दिल्ली : शहर के कई बिल्डरों पर पानी का करोड़ों रुपये का बिल बकाया है. हाईराइज सोसायटी में रहने वाले लोगों से ये बिल्डर पानी के लिए पैसा तो लेते हैं लेकिन अथॉरिटी में जमा नहीं कराते हैं. नोएडा अथॉरिटी ने सोमवार को ऐसे बकाएदारों की लिस्ट जारी की है. बिल्डरों की इस घपलेबाज़ी का नुकसान भी रेजीडेंट ही भुगतेंगे. अथॉरिटी ने फैसला किया है कि एक हफ्ते में बकाया न चुकाने पर पानी की सप्लाई काट दी जाएगी.

बता दें कि सोमवार को नोएडा अथॉरिटी ने पानी का बकाया रखने वालों की लिस्ट जारी की है. इनमें बिल्डर, मॉल आदि शामिल हैं, जिन्हें कुल 28 करोड़ रुपये देने हैं. इनमें बड़े-बड़े बिल्डर प्रॉजेक्ट्स पर करीब 10 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का पानी का बिल बकाया है. इसके अलावा 18 करोड़ रुपये के बकाएदारों में करीब 11 करोड़ रुपये सेक्टर-38ए स्थित एक मॉल को देने हैं. 9 करोड़ रुपये के बकाएदार पूरे शहर में हैं, जिनमें कमर्शल इंस्टिट्यूट्स से लेकर ऑफिस तक शामिल हैं.

नोएडा अथॉरिटी ने सोमवार को इन बकाएदारों की लिस्ट जारी करने के बाद इन्हें नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं. नोटिस के तहत एक सप्ताह का समय दिया जाएगा. एक सप्ताह में इन बकाएदारों को पानी का बिल जमा कराना होगा. इसके बाद अथॉरिटी कनेक्शन काटना शुरू देगी.

रेजिडेंट्स से लेते हैं मेंटिनेंस चार्ज

लोग बिल्डरों के आगे-पीछे सिर्फ मकान लेने के लिए ही नहीं घूम रहे हैं, बल्कि जो लोग हाईराइज सोसायटी में रह रहे हैं वे भी बिल्डरों की मनमानी से परेशान हैं. लोगों से मेन्टिनेंस चार्ज लेने के बाद तमाम बिल्डर न तो बिजली का और न ही पानी का बिल जमा करते हैं. एक तरफ जहां लोगों से मेन्टिनेंस चार्ज के नाम पर 3 हजार से लेकर 6-7 हजार तक हर महीने लिया जाता है. वहीं बिजली पानी की बिल भी यह लोग समय पर जमा नहीं कर पाते हैं.

नोएडा अथॉरिटी में इस समय करीब आधा दर्जन सोसायटी की आरडब्लूए बिल्डरों की इसी तरह की मनमानी से परेशान होकर उनसे मेन्टिनेंस जिम्मेदारी सौंपने की मांग कर रही है. इसके लिए गृहप्रवेश सोसायटी की 3 बार मीटिंग भी हो चुकी है. आम्रपाली प्लैटिनम के रेजिडेंट्स भी दो बार अथॉरिटी के अधिकारियों से मिल चुके हैं. बिल्डर न तो मेन्टिनेंस सौंपना चाहते हैं और न बिजली-पानी के बिल जमा करते हैं.