बेकार साबित हो रहे हैं 2000 के नोट के”महान” सिक्योरिटी फीचर, सॉफ्टवेयर भी पहचानने में फेल


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नई दिल्ली: जब असली नकली का फर्क सिर्फ एक्सपर्ट कर पाएंगे तो आम लोगों को कैसे पता चलेगा कि जो नोट उन्हें मिला वो असली था या नकलीआपको यकीन आए न आए लेकिन इतना जान लीजिए कि 2000 रुपये के नोट के सिक्योरिटी फीचर के लिए किए जा रहे सारे दावे खुद ही असली होते हुए भी नकली साबित हो रहे हैं. हालात ये हैं नकली नोट की पहचान के लिए तैयार किया गया सॉफ्टवेयर भी असली नकली का भेद नहीं कर पा रहा.

हाल में जो चूरन के नोट एटीएम में डाले गए थे उन्हें ये सॉफ्टवेयर असली मानकर पास कर चुका था. आपको याद होगा कि पश्चिम बंगाल के माल्दा में बांग्लादेश से आ रहे नकली नोटों को सुरक्षा बलों के अधिकारी भी पहचान नहीं पा रहे थे. आरबीआई की टीम ने जाकर उनकी पहचान की. ऐसी सिक्योरिटी का क्या फायदा कि नकली नोट आम आदमी तो क्या सॉफ्टवेयर भी न पहचान सके.

दिल्ली पुलिस ने एसबीआई के एटीएम में चूरन वाले नोट डालने के आरोप ने पुलिस ने मुख्य आरोपी मोहम्मद ईशा को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को संगम विहार स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी युवक ने माना है कि उसने पहली बार प्रयोग के तौर पर एटीएम में चूरन का नोट डाला था ताकि शिकायत न आने की स्थिति में वह आगे भी दूसरे एटीएम में एसे ही नोट डाल सके. आरोपी युवक ब्रिंक्स आर्या प्राइवेट लिमिटेड नाम की एजेंसी में बीते डेढ़ साल से काम कर रहा था. वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ का रहने वाला है.

दक्षिण-पूर्वी जिला पुलिस उपायुक्त रोमिल बानिया ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए हमनें संगम विहार एसएचओ उपेंद्र सिंह की देखरेख में विशेष टीम बनाई थी. हम इस दौरान बैंक और संबंधित एजेंसी से ईशा के बारे में कई अहम जानकारी मिली और उन्हीं जानकारी के आधार पर उसे गुरुवार शाम को गिरफ्तार किया है. इस मामले में उससे आगे की पूछताछ की जा रही है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार इस मामले में एटीएम में काम करने वाला सॉफ्टवेयर भी इन नकली नोट को नहीं पकड़ पाया है. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने दो हजार रुपये की गड्डी के बीच में इन पांच नोट को लगाया था, ताकि पैसे निकालने वाले असली नोट के बीच में इसे न पहचान पाएं. आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे उम्मीद थी कि सभी पांच लोग अलग-अलग लोगों के हाथ लगेंगे और किसी का ध्यान इसपर नहीं जाएगा.