पाकिस्तान के मामले में नाटकबाज़ी का पर्दाफाश, मोदी को करंट लगाने वाला है ये वीडियो

नई दिल्ली: सत्ता में आने से पहले मोदी पाकिस्तान और कश्मीर पर जिन बातों का विरोध करते थे आज वो ही उनकी सरकार के आड़े आ रही है. कवि कुमार विश्वास का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें इन मुद्दों का बेहद मार्मिक रूप से जिक्र है. हम आपको बताते हैं कुमार विश्वास ने कौन से मसलों पर मोदी को एक्सपोज किया.
1. कश्मीर में सैनिकों को खुली छूट
सरकार कहती रही है और बीजेपी समर्थक मीडिया और सोशल मीडिया कैंपेनर लोगों को ये समझाने में कामयाब हुए हैं कि कश्मीर में सेना को खुली छूट मिली हुई है और उन्हें पत्थरबाज़ी का जवाब देने के लिए ऊपर से इज़ाजत नहीं लेनी होती. लेकिन हाल ही में सैनिकों से कश्मीर में छेड़छाड़ करते कुछ अहमकों का वीडियों और उसे चुपचाप सहते सैनिकों की व्यथा बता रही है कि कश्मीर में आज भी ऊपर की कमांड के बगैर सैनिक कुछ नहीं कर सकते. यानी मोदी के लिए समर्थन जुटाने की प्रक्रिया में ये झूठ फैलाया गया.
2. पाकिस्तान को मित्र देश का दर्जा
पाकिस्तान को आतंकवादी देश घोषित करने की मांग तो अमेरिका से भारत सरकार बार बार कर रही है. लेकिन भारत खुद ऐसा नहीं कर रहा. यहां दो सवाल है क्या भारत अमेरिका को अपना धर्मपिता मानने लगा है? क्या हम मानते हैं कि अमेरिका भारत और पाकिस्तान के मामले में न्यायाधीश है? दूसरा सवाल ये कि पाकिस्तान को भारत खुद आतंकवादी देश घोषित क्यों नहीं करता. पाकिस्तान को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा क्यों दे रखा है? क्यों भारत में पाकिस्तान का झंडा जलाना अपराध है ? क्यों पाकिस्तान के मामले में मोदी और उनके समर्थक सिर्फ भाषणबाज़ी देते हैं और वो सख्त कदम नहीं उठाते जिनकी मांग वो हमेशा करते रहे?
3. कश्मीर भारत का हिस्सा है या नहीं
कश्मीर भारत का हिस्सा है या नहीं. अगर हिस्सा है तो वहां के लोगों को भारत विश्वास में क्यों नहीं ले रहा? क्यों भारत की मुख्यधारा में कश्मीरी नौजवान नहीं हैं? क्यों कश्मीर के लोग चुनाव मं वोट तक डालना पसंद नहीं करते? क्यों कश्मीरियों को संघ परिवार पाकिस्तानियों की तरह देखता हैक्योंकि वो धर्म से हिंदू नहीं है?
4. पाकिस्तान की ISI को भारत में इजाज़त क्यों ?
जिस आईएसआई को भारत में अस्थिरता फैलाने के लिए ज़िम्मेदार माना जाता रहा है उस आईएसआई को भारत की धऱती पर आकर जांच करने की इजाजत क्यों दी गई ? भारत की धरती पर विदेशी संस्था को अपराध की जांच की इजाजत देने का क्या मतलब? पठानकोट हमले के बाद हमने उसी आईएसआई को जांच करने क्यों बुलाया जिसने हमले करवाए. वापस जाकर उन्होंने कह दिया कि भारत ने खुद ही हमले करवाए. क्या ये सबसे बड़ा राष्ट्रीय अपराध नहीं था?
कुमार विश्वास के ये सवाल थप्पड़ की तरह हैं जिनकी टीस सालों गाल सहलाने से नहीं जाएगी. सरकार को अगर इस टीस को मिटाना है तो तार्किक फैसले लेने होंगे.
केजरीवाल ने इस वीडियो को ट्वीट किया है और लोगों से भी देखने को कहा है