सही निकली केजरीवाल की चेतावनी, मेट्रो का भट्टा बैठा, महीने में 1 करोड़ लोगों ने यात्रा बंद की

नई दिल्ली : आपको याद होगा दिल्ली में मेट्रो किराये बढ़ाने पर जबरदस्त घमासान हुआ था. केजरीवाल विरोध कर रहे थे. कह रहे थे कि मेट्रो का किराया बढ़ाने से दिल्ली में प्रदूषण बढ़ेगा क्यों कि लोग प्राइवेट गाड़ियां चलाने लगेगे. उन्होंने कहा था कि किराया बढ़ाने से मेट्रो के मुसाफिर कम हो जाएंगे और मेट्रो को उल्टा घाटा होने लगेगा. इतना ही नहीं . उन्होंने कहा कि एक साल में दो बार किराये नहीं बढ़ाना चाहिए . लेकिन हुआ इसका उल्टा. सारे लोग केजरीवाल से भिड़ गए और अंड बंड शंड शुरू हो गया. अब दो महीने बाद ही केजरीवाल की बात सही साबित हो गई है.

दिल्ली मेट्रो का किराया बढ़ने के कारण रोजाना 3 लाख लोगों ने मेट्रो से यात्रा करना बंद कर दिया है. . डीएमआरसी ने पिछले महीने 10 अक्टूबर को किराया बढ़ाया था. इससे पांच किमी से ज्यादा का सफर तय करने वाले हर यात्री की पॉकेट पर तगड़ा झटका लगा. जबकि 32 किमी से ज्यादा की यात्रा के लिए अधिकतम किराया अब 60 रुपए है.

लोगों के सड़कों का इस्तेमाल करने और कैब से चलने के कारण दिल्ली की सड़कों पर कितना प्रदूषण बढ़ा था सबने देख ही लिया. ये अलग बात है कि प्रदूषण के दूसरे कारण भी थे.

किराया इतना बढ़ा कि दुनिया भर की मेट्रो सेवा ने दांतों तले उंगली दबा ली. दिल्ली मेट्रो का किराया बीजिंग, न्यूयॉर्क और पेरिस जैसे शहरों की मेट्रो के किराये से तीन गुना हो गया. अक्टूबर में किराये बढ़ने के बाद दिल्ली मेट्रो की महंगाई के मामले में सबसे आगे है. जो आमदनी का प्रतिशत दिल्ली मेट्रो के सफ़र पर ख़र्च किया जाता है वो 23.39% है यानी बीजिंग, न्यूयॉर्क और पेरिस जैसे शहरों से तीन गुना ज़्यादा है.

उधर मेट्रो ने सफाई दी है कि इस महीने में पांच रविवार पड़े इसलिए कम मुसाफिर आए. मेट्रो तो ऐसे कह रहा है कि पहली बार पांच रविवार पड़े हों.