महबूबा की मोदी को नसीहत, कश्मीर को बख्श दो, पाकिस्तान से भी लगाई गुहार

नई दिल्ली :  क्या भारत पाकिस्तान के बीच तनाव का राजनीतिक फायदा लेने के चक्कर में कश्मीर के लोग पिसते हैं ? ये बात आपके दिमाग मे कई बार आई होगी लेकिन महबूबा मुफ्ती ने ये बात खुलकर कह दी है.   जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती  ने अपील की है वो जम्मू-कश्मीर को जंग का अखाड़ा न बनाए उसकी जगह दोस्ती का पुल बनाए.

सीएम महबूबा मुफ्ती ने नसीहत देने की अंदाज में कहा है, ‘हमारे बॉर्डर पर इस वक्त खुदा न खश्ता एक तरह से खून की होली चल रही है. देश विकास के रास्ते पर है. पीएम भी विकास की बात करते हैं. लेकिन हमारे प्रदेश में उल्टा हो रहा है. मैं पीएम और पाकिस्तान से अपील करती हूं कि जम्मू-कश्मीर को जंग का अखाड़ा न बनाएं, दोस्ती का पुल बनाएं’.

जम्मू-कश्मीर में शनिवार को पाकिस्तान द्वारा सीजफायर का उल्लंघन करते हुए की गई गोलीबारी में तीन आम नागरिक और भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गए. इनके अलावा इस हमले में दो अन्य सैनिक भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं. पाक फायरिंग में जनवरी 2018 में 10 मौंते हुई हैं जो कि 2017 के पूरे साल की मौतों के बराबर हैं. पिछले साल आर्मी जवानों समेत करीब 12 लोगों की मौत हुई थी जबकि 36 लोग घायल हुए थे.

तनाव के कारण बड़ी संख्या में दोनों तरफ के सैनिक जान गंवा रहे हैं. न तो यहां के अफसरों और नेताओं का कुछ बिगड़ता है न पाकिस्तान के.

आजकल भी जबरदस्त तनाव चल रहा है. एलओसी पर संवेदनशील स्थिति को ध्यान में रखते हुए राज्य पुलिस ने रेड अलर्ट घोषित कर दिया है. इसके साथ ही बॉर्डर पर रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है.

बॉर्डर के पांच जिलों के डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है. कठुआ से परगाल में तीन किलोमीटर तक फैले अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर स्थित गांवों में करीब 15 हजार से 20 हजार लोग रहते हैं. इन लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों और बुलेटप्रूफ बंकरों में भेज दिया गया है. वहीं राज्य सरकार ने बॉर्डर के पास पांच किलोमीटर के दायरे में मौजूद 500 स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं.

पिछले कुछ दिनों में हुई गोलाबारी में छह नागरिक और चार जवान सहित कुल 10 लोगों की मौत हुई तो वहीं सेना के जवानों सहित करीब 60 लोग घायल हो गए. पिछले कुछ दिनों से पाकिस्तान की तरफ से हो रही गोलीबारी का भारतीय सेना के जवान मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. बीएसएफ के सूत्रों का दावा है कि भारतीय सेना की जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तान को भी भारी नुकसान हुआ है. इस कार्यवाही में पाकिस्तान के कम से कम छह रेंजर्स की मौत हुई है.