मां और बहन की हत्या के आरोपी बच्चे को थी वीडियो गेम की लत, वाराणसी से पकड़ा

नई दिल्ली : दिल्ली से सटे गौतमबुद्धनगर के ग्रेटर नोएडा में मां-बहन की हत्या करने वाले नाबालिग बेटे को पुलिस ने ढूंढ निकाला है. बच्चा वाराणसी से मिला और पुलिस का कहना है कि बच्चे ने अपनी मां और बहन की हत्या की बात कबूल कर ली है. शुक्रवार की रात पुलिस ने वारदात के बाद से फरार चल रहे अंजलि के बेटे को वाराणसी से बरामद किया.

बच्चे की उसके मोबाइल के आधार पर लास्ट लोकेशन पहाड़गंज थी. पहाड़गंज से फिर वह ट्रेन पकड़कर मुगलसराय चला गया. वहां से उसने शुक्रवार की सुबह किसी के फोन से अपने पिता को फोन किया. कितनी भावुक अवस्था रही होगी जब पिता ने अपने घर परिवार से दूर भटकते अकेले बच्चे की सूचना पुलिस को दी होगी. भले ही वो बच्चा कानून की नज़र में मुजरिम हो लेकिन बाप के लिए ये फैसला बड़ा मुश्किल रहा होगा.

इसके बाद एक पुलिस टीम फौरन हवाई जहाज से वाराणसी के लिए रवाना हुई. शुक्रवार की दोपहर को बच्चे ने किसी दूसरे व्यक्ति के फोन से दोबारा अपने पिता को कॉल किया. जिस नंबर से फोन किया उस पर पुलिस ने कॉल कर फोन के मालिक को बताया कि इस लड़के की तलाश की जा रही है, उस पर नजर रखें और पुलिस को लोकेशन बताएं. बच्चा पिता पर भरोसा करके बार बार कॉल कर रहा था और बेफिक्र था लेकिन पिता सूचनाएं पुलिस को दे रहा था.

उस व्यक्ति की मदद से नोएडा पुलिस ने बच्चे को दशाश्वमेध घाट के पास घूमते हुए पकड़ लिया. उस वक्त बच्चा पूरी तरह नॉर्मल था. बच्चे के पास से पुलिस ने मृतका अंजली का मोबाइल भी बरामद कर लिया. पकड़ में आने के बाद जब पुलिस ने लड़के से पूछताछ की तो उसने अपनी मां और बहन के कत्ल की बात कबूल कर ली.

पुलिस की कहानी को समझा जा सकता है कि जो बच्चा पुलिस से बचने के लिए अपना मोबाइल दिल्ली में बंद कर सकता है वो मां का मोबाइल साथ लेकर क्यों घूमेगा.

वहीं आरोपी बच्चे के पिता ने बताया कि उन्हें उनके बेटे ने मुगलसराय से फोन किया था, जिसकी जानकारी उन्होंने तुरंत पुलिस को दी और पुलिस उसे ढूंढने में कामयाब रही. पत्नी-बेटी की मौत से दुखी आरोपी बच्चे के पिता ने कहा कि वह अभी ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं हैं और बेटे से बात करने के बाद ही कुछ बता पाएंगे. ये भी बड़ा राज़ है कि मुगल सराय से बच्चा बनारस कैसे पहुंचा.

नोएडा पुलिस के सूत्रों के मुताबिक बच्चे ने ही दोनों कत्ल किए थे. पुलिस के मुताबिक कत्ल करने की वजह क्राइम फाइटर गेम को बताया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक लड़के ने बैट से दोनों की पीट-पीट कर हत्या की थी. अब पुलिस शनिवार को उसे लेकर नोएडा आ रही है.

पुलिस ने गेमिंग के लिए हत्या की थ्योरी ऐसे बनाई

मृतका के परिवार, दोस्तों, इलाके के लोगों और स्कूल में स्टाफ, स्टूडेंट्स से पूछताछ करने पर पता चला है कि अंजलि का बेटा अग्रेसिव प्रवृत्ति का है. उसे गुस्सा ज्यादा आता है. उनके सोशल मीडिया के माध्यम से हर रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, बस स्टैंड और एनसीआर सहित पूरे देश में उसे तलाश किया जा रहा था.

गौरतलब है कि बीते मंगलवार की रात ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी टू के टावर जी के फ्लैट नंबर 1446 में लगे ताले को जब तोड़ा गया तो उसमें खून से सनी मां-बेटी की लाश मिली थी. दोनों की इस बेरहमी से हत्या की गई कि देखने वाले सन्न रह गए थे. जब ये वारदात हुई तो घर में कुल तीन लोग थे. मां, बेटी और बेटा. मगर दरवाज़ा खुला तो लाश सिर्फ मां और बेटी की मिली बेटा गायब था.

दोनों लाशों के पास ही एक बैट पड़ा हुआ मिला था, जिस पर खून के निशान थे. पुलिस को मौके से एक धारदार हथियार भी मिला था..

दरअसल वो फ्लैट अग्रवाल फैमिली का है. जिनका टाइल्स का कारोबार है. 4 तारीख की शाम से परिवार के लोग घर मे मौजूद मां और बच्चों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन जब कई घंटों तक कोई संपर्क नही हुआ तब उन्होंने घर के पास रह रहे रिश्तेरदारों से संपर्क साधा.

जब रिश्तेदार घर पहुंचे. तब फ्लैट बाहर से बंद था और न्यूज़पेपर बाहर पड़ा था. उन्होंने खिड़की तोड़ कर अंदर झांका तो उन्हें मां अंजली और बेटी की लाश नजर आई, जिसके पास पुलिस को सूचना दी गई थी.