केजरीवाल और योगेन्द्र यादव में नज़दीकियां बढ़ीं, फिर आएंगे साथ ?

बिछड़े दोस्त अरविंद केजरीवाल और योगेन्द्र यादव अब फिर से भरत मिलाप की तरफ बढ. रहे हैं. योगेन्द्र यादव के बहन और बहनोई के घर  जैसे ही इनकम टैक्स का छापा पड़ा दिल्ली के मुख्यमंत्री तथा आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अरविंद केजरीवाल अपने पुराने सहयोगी योगेंद्र यादव के समर्थन में खुलकर सामने आ गए. बहनों के अस्पताल पर छापे के बाद बोले योगेंद्र यादव, मोदी जी मेरे घर की तलाशी लीजिए, परिवार को निशाना क्यों बनाते हैं?

 

ट्विटर पर गुरुवार सुबह किए पोस्ट में अरविंद केजरीवाल ने लिखा, “हम (नरेंद्र) मोदी सरकार द्वारा इनकम टैक्स विभाग जैसी एजेंसियों का इस्तेमाल कर योगेंद्र यादव के परिवार पर किए जा रहे अत्याचार की कड़ी निंदा करते हैं… मोदी सरकार को इस तरह की बदला लेने की राजनीति बंद कर देनी चाहिए…”

 

बुधवार को योगेंद्र यादव ने ट्वीट कर बताया था कि उनकी बहनों द्वारा हरियाणा के रेवाड़ी में चलाए जा रहे अस्पताल पर इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है, और उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया था कि वह किसानों के समर्थन में उनके प्रोटेस्ट मार्च को लेकर उन्हें निशाना बना रही है.

 

योगेंद्र यादव ने कहा था कि दिल्ली से आए 100 से ज़्यादा अधिकारियों ने अस्पताल पर छापा मारा, और उनकी बहनों, बहनोई तथा भान्जे के साथ-साथ सभी डॉक्टरों को उनके चैम्बरों में ही ‘हिरासत’ में ले लिया था.

 

स्वराज अभियान के नेता ने कहा था, “अस्पताल को सील कर दिया गया, जिसमें नवजातों के लिए बना ICU भी शामिल था… साफ-साफ डराने की कोशिश… मोदी जी, आप मुझे चुप नहीं करा सकते…”

 

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इनकम टैक्स विभाग के एक अधिकारी ने योगेंद्र यादव के ट्वीट के कुछ घंटे बाद जानकारी दी कि भगोड़े अरबपति नीरव मोदी से खरीदे गए जेवरात के लिए किए गए 3.25 लाख रुपये के नकद भुगतान की वजह से विभाग ने यह तलाशी ली थी. इनकम टैक्स विभाग के अधिकारियों ने बाद में यह भी बताया कि तलाशी के दौरान 22 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की गई है.

 

उन्होंने कहा कि योगेंद्र यादव के भान्जे गौतम यादव ने नीरव मोदी की कंपनी से छह लाख रुपये के जेवरात खरीदे थे, और 3.25 लाख रुपये का भुगतान नकदी के रूप में किया था. इस नकद भुगतान की जानकारी नीरव मोदी के स्वामित्व वाले ग्रुप की फाइलों से विभाग को मिली थी.

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