लोया मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, सबको पता होना चाहिए ये बड़ी बातें

नई दिल्ली :  जस्टिस लोया केस में आज सुप्रीम कोर्ट में जो बहस हुई उसमें कई ऐसी चीज़ें हैं जो देश की जनता को पता होना चाहिए. मामले में आज कही बड़ी बातें सामने आईं. काफी बहस हुई और काफी गरमागर्मी भी.

हरीश साल्वे को लोया केस में महाराष्ट्र सरकार ने अपना वकील बनाया है. जस्टिस साल्वे ने इस मामले में पहले अमित शाह की पैरवी की थी. इस पर याचिकाकर्ता ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा ये गलत है.

शाह का नाम लेते ही अदालत में माहौल गर्म हो गया. इस पर हरीश साल्वे ने कहा कि हमें आपके उपदेश की जरूरत नहीं है।

बड़ी बात ये कि केस की सुनवाई के एक जज डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि अभी तक की रिपोर्ट को देखते हुए यह प्राकृतिक मौत है। इसलिए शाह का नाम न उछाला जाए.

याचिकाकर्ता दवे ने कहा कि हो सकता है यह प्राकृतिक मौत हो मगर केस की परिस्थिति को देखते हुए शक की पूरी गुंजाइश बनती है और मामले की जांच जरूरी है।

जस्टिस लोया की मौत से जुड़े सारे मामले सुप्रीम कोर्ट ने अपने पास मंगा लिए. सोमवार को सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि किसी भी हाईकोर्ट में अब जज लोया से जुड़े मामले की सुनवाई नहीं होगी. बॉम्बे हाईकोर्ट में जो दो याचिकाएं पेंडिंग हैं, उन्हें भी सुप्रीम कोर्ट ट्रांसफर किया जाए. कोर्ट ने दोनों पक्षकारों से कहा है कि वे अपने दस्तावेज सीलबंद कर कोर्ट को सौंपे. मामले की अगली सुनवाई 2 फरवरी, दोपहर दो बजे होगी. मामले की सुनवाई खुद चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा करेंगे. इतना ही नही उन्होंने इससे जुड़े सारे दस्तावेज भी अपने पास मंगा लिए हैं.

पीटीआई के मुताबिक, सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने एक महिला वकील को फटकारा. महिला वकील ने सुनवाई के दौरान कहा कि सुप्रीम कोर्ट मीडिया का गला घोंट रही है. इस कथन पर जस्टिस मिश्रा को गुस्सा आया और उन्होंने तुरंत महिला वकील से अपने शब्द वापस लेने और माफी मांगने को कहा.