इंडिगो ने दोषी कर्मचारियों को निकाला, मुसाफिर को एयरपोर्ट पर गला दबाकर मारने की कोशिश

नई दिल्ली : एयर पोर्ट पर इंडिगो के कर्मचारी ने की गला दबाकर मुसाफिर को मारने की कोशिश है. इसका वीडियो भी वायरल हो चुका है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि एक मुसाफिर पर पहले इंडिगो के कर्मचारियों ने गलियां देने का आरोप लगाया. उसके बाद उसे एक एक कर घेरने लगे. जब वो फ्लाइट पकड़ने के लिए बस के नज़दीक पहुंचा तो उसे बस में बैठने नहीं दिया. इसके बाद उसके साथ धक्का मुक्की शुरू कर दी . इतने पर भी दिल नहीं भरा तो इस शख्स को ज़मीन पर गिरा दिया और उसका पूरी ताकत से गला दबाना शुरू कर दिया.

उधर इस मामले में पुलिस एक्शन  नहीं हुआ है लेकिन एयरलाइन की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि मारपीट में शामिल कर्मचारियों को हटा दिया गया है.

वीडियो में दिख रहा है कि एक पैसेंजर को इंडिगो एयरलाइन के दो कर्मचारी कह रहे हैं कि आप गाली कैसे दे सकते हो. आप अपनी उम्र देखकर तो गाली दो. इस पर पैसेंजर का कहना है कि तुम अपना काम नहीं कर रहे हो और कभी इधर आओ और उधर आओ कर रहे हो.

इसी बीच कहासुनी बढ़ती है और इंडिगो को दो कर्मी पैसेंजर को नीचे पटक देते हैं. एक कर्मचारी ने पैसेंजर की गर्दन दबा रखी है. (नीचे वीडियो देखिए)

इस पूरे मामले को केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने ट्वीट दुखद बताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”15 अक्टू़बर को इंडिगो पैसेंजर के साथ जो हुआ वो काफ़ी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण था. पैसेंजरों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है. मंत्रालय ने इस पूरे मामले में इंडिगो से विस्तृत जानकारी मांगी है. इंडिगो ने नया प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि दोषी को नौकरी से निकाल दिया गया है.”

सिन्हा ने अगले ट्वीट में कहा, ”इंडिगो के वरिष्ठ अधिकारियों ने निजी तौर पर पैसेंजर से माफ़ी मांगी है. मैं उम्मीद करता हूं कि पैसेंजर की तरफ़ से आपराधिक मुक़दमा दर्ज़ कराया जाएगा ताकि उचित कार्रवाई हो सके. मैं श्री कालरा से मिलूंगा और उनका पूरा सहयोग करूंगा.”

वहीं अपने बयान में एयरलाइन ने कहा है कि वो अपने कर्मचारियों की हरकत की निंदा करती है और उसने कड़ी कार्रवाई की है. इंडिगो ने इसके लिए माफ़ी मांगी है और कहा है कि ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

एयरलाइन के निदेशक आदित्य घोष की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “घटना का वीडियो हमारे संज्ञान में आया है. घटना की जांच किए जाने के दौरान ही हमने इसमें शामिल कर्मचारियों को निकाल दिया है. मैंने ग्राहक से उसी दिन ख़ुद बात की थी और माफ़ी मांगी थी. भले ही उकसावे की कुछ भी वजह रही हो, हमारे कर्मचारी पूरी तरह ग़लत थे और उन्होंने प्रक्रिया का पालन नहीं किया.”

वीडियो में दिख रहा है कि इंडिगो के कर्मचारियों ने कात्याल को नीचे गिरा दिया है. एक कर्मचारी ने उनका गला पकड़ रहा है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने घटना पर रिपोर्ट मांगी है.