आप उबल रहे है तो उबलें लेकिन PM कहीं और व्यस्त हैं


Deprecated: Creation of dynamic property Maghoot_Theme::$loop_meta_displayed is deprecated in /var/www/vhosts/knockingnews.com/httpdocs/wp-content/themes/magazine-hoot/template-parts/loop-meta.php on line 108

आप देश के प्रधानमंत्री के ट्विटर अकाऊंट पर नजर डालिए. एक मिनट भी आपको नहीं लगेगा कि हमले को लेकर कोई उद्विग्नता है. साहेब का सब कुछ वैसे ही चल रहा है. 15 दिसंबर को यानी हमले के दूसरे दिन सिर्फ पीएम के प्रोग्राम  में सिर्फ 15 मिनट की तब्दीली हुई.

ये समय था दस बजे का जब पीएम ने कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी की बैठक में हिस्सा लिया. इसके बाद लगातार चुनावी फोटोसेशन, भाषणबाजी का सिलसिला चलता रहा तो लगातार कायम रहा.

प्रधानमंत्री दस बजकर 45 मिनट पर तय समय पर नयी चली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन करने पहुंचे. जानकारों का कगना है कि उन्हें समारोह रद्द करने की सलह दी गई होगी लेकिन चुनाव नजदीक होने के कारण ये उद्घाटन मोदी जरूर करना चाहते थे. इसलिए उद्घाटन स्थल के कार्यक्रम से फूलमालाएं हटा दी गईं लेकिन बाकी ठाटबाट वैसा ही था.

पीएम ने भाषण में शुरुआत में कुछ बातें हमले के बारे में की और उसके बाद राजनीतिक भाषण पर आ गए. बोले हर सैनिक के दो सपने होते हैं एक सीमा की रक्षा हो और दूसरे देश का विकास हो. देश के विकास के लिए हमने ये रेल शुरू की है. इसके बाद रेल्वे की पाच साल की यात्रा पर लंबी चौड़ी डींगें हांकने का सिलसिला चलता रहा. इसके बाद कैमरा लाइव चलता रहा और पीएम ने नयी ट्रेन का भ्रमण किया ड्राइवर कैबिन में गए. फोटो खिंचाए और अगले कार्यक्रम के लिए रवा हो गए.

अगला कार्यक्रम झांसी में था एक पाइल लाइन योजना का शिलान्यास किया. अभी ये भी नहीं पता कि योजना कब शुरू होगी लेकिन बुंदेलखंड में भाषण पूरा हुआ. हाथ मुस्कुराते हुए तस्वीरें खिंचाई गईं. लमतरानी चली और लाइव टेलीकास्ट के बीच आगे बढ़ गए. चूंकि बुंदेल खंड में पीने के पानी की समस्या है और अगर पाइप लाइन का शिलान्यास(उद्घाटन नहीं) नहीं करते तो वोट कैसे मांगते.

इसके बाद पीएम घऱ आ गए सुस्ताए और पुलवामा के शहीदों को श्रद्दांजलि देने पहुंचे. तिरंगे में शहीद हुए सैनिकों के शव रखे हुए थे सामने नीला चमकता कारपेट था. मोदी शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे. लाइव टेलीकास्ट , कैमरे. और पूरे बड़े फ्लोर पर अकेले पीएम, बाकी लोग दूर खड़े हैं. फ्रेम में किसी को आने की इजाजत नहीं है. ठीक वैसे ही जैसे कश्मीर में टनल के उदघाटन के लिए. असम में रेल पुल के उद्घाटन के लिए या बाकी जगहों पर पीएम अकेले फ्रेम में दिखते हैं.

ये देश के प्रधानमंत्री का उस दिन का शेड्यूल है जिस दिन पूरा देश गुस्से से उबल रहा था. कांग्रेस ने सभी राजनैतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए थे उनकी खुद की पार्टी ने ऐसा ही एलान किया था (हालांकि अमल नहीं किया)

आज फिर पीएम को 16 उद्घाटन करने है. वो महाराष्ट्र में है. और सिलसा चलता रहेगा. हादसे होते रहते हैं राजनीति नहीं रुकती.

1 Comment

Leave a Reply