इनकम टैक्स के फेर में फंसे 9000 मिडिल क्लास लोग, सबसे ज्यादा नोएडा और दिल्ली वाले

आयकर विभाग ने नोएडा में 9,000 लोगों को नोटिस भेजा है. ये नोटिस उन लोगों को दिया गया है जिन्होंने वित्तीय वर्ष 2010-11 में 30 लाख रुपये और उससे अधिक की संपत्ति अपने नाम रजिस्टर कराई है और इसका विवरण आईटी विभाग को नहीं दिया है. इन 9,000 लोगों से उनकी इनकम टैक्स रिटर्न का विवरण मांगा गया है.

बता दें कि इस नोटिस को नोटबंदी से जोड़कर देखा जा रहा है. इससे यह पता करने की कोशिश की जा रही है कि किस-किस ने गलत तरीके से अपना टैक्स बचाने के लिए की कोशिश की है. इसे नोटिस से इन 9000 लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

आयकर विभाग, नोएडा में फ्लैट खरीदने वालों को लगातार नोटिस जारी कर हिसाब मांग रहा था. इन 9000 लोगों ने अब तक आयकर विभाग में फ्लैट खरीदने संबंधी ब्यौरा जमा नहीं किया है. लिहाजा आयकर विभाग ने इन लोगों को नोटिस जारी कर इनके आयकर रिटर्न की जानकारी मांगी है.

बता दें कि इससे पहले भी आयकर विभाग ने कई फ्लैट खरीदारों को नोटिस जारी ब्यौरा मांगा था. ऐसा बताया जा रहा है कि आयकर विभाग इसके जरिए रीयल एस्टेट मार्केट में कालेधन की जांच कर रहा है. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि इस नोटिस के माध्यम से आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है.

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