यूपी के बाज़ारों में बिक रहे हैं I Love Pakistan वाले गुब्बारे, दुकानदार हिरासत में

आपको अचरज होगा कि योगी की सरकार वाले यूपी में आई लव पाकिस्तान वाले गुब्बारे बिक रहे हैं. बाकायदा ये गुब्बारे एक हिंदू वादी बवाली नेता के हात लगे और हंगामा हो गया. दर असल इस नेता ने अपने बेटे का जन्मदिन मनाने के लिए बाजार से गुब्बारे खरीदे. घर में सजाने के लिए जब गुब्बारे फुलाना शुरु किया तो उस पर जो लिखी इबारत देखकर घर वालों के खुद ही हाथ पैर फूल गए. उन पर अंग्रेजी और उर्दू में लिखा था- ‘मैं पाकिस्तान से मोहब्बत करता हूं’ आई लव पाकिस्तान.

दरअसल, किदवईनगर साइट नंबर वन निवासी अजय प्रताप सिंह अपने बेटे के जन्मदिन के लिए ये गुब्बारे खरीद कर लाए थे. पेशे से वकील अजय शहर में हिंदू समन्वय समिति युवा वाहिनी के विधिक सलाहकार भी हैं. घर में बच्चे का जन्मदिन तो क्या मनना था सब इन गुब्बारों की पहेली में ही उलझ कर रह गए.

जल्दी ही ये खबर बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी कर दी गई. घरवालों और गुब्बारों के पैकेट को लेकर तत्काल उस दुकान का रुख किया गया जहां से ये गुब्बारे खरीदे गए थे. गोविंदनगर स्थित ‘सीमा प्रोविजन स्टोर’ से ये गुब्बारे का पैकेट खरीदा गया था. दुकानदार को सभी ने लपेटना शुरू कर दिया. बेचारा कहता रह गया कि भैया मैं ये गुब्बारे नहीं बनाता खरीद के लाता हूं मुझे नहीं पता था पैकेट में क्य है. लेकिन हिंदूवाद अंधा होता है. उसकी सुनने को कोई तैयार ही नहीं था.

जल्दी ही इस मामले की खबर थाने में भी पहुंच गई. पुलिस ने उग्रवादी नेताओं को शांत करने के लिए दुकानदार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी. अशोक वर्मा (एसपी, साउथ) के मुताबिक ये पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये गुब्बारे मूल रूप से कहां से आए. दुकानदार के साथ-साथ जहां जहां से भी ये गुब्बारे आए वहां हमारी टीम कार्रवाई करने जा रही है. अब आई लव पाकिस्तान लिखने पर किस एक्ट में कार्रवाई होगी भगवान जाने क्योंकि पाकिस्तान मित्र देश है और ऐसे नारे गैरकानूनी नहीं हैं. खैर योगीराज है तो मुकदमा भी कायम हो गया.

पुलिस की जांच में सच सामने आ ही जाएगा. लेकिन सवाल ये है कि इन गुब्बारों का स्रोत्र क्या है. क्या पाकिस्तान से इस तरह के गुब्बारे भारत ला कर बेचे जा रहे हैं?  या देश में ही स्थानीय तौर पर इस तरह के गुब्बारे बाजार में बेचने के लिए लाकर माहौल को खराब करने की कोशिश की जा रही है?  ये दोनों ही सूरतें खतरनाक है. हालांकि इस बात की संभावना ज्यादा देखी जा रही है कि चीन से आयात होने वाले गुब्बारों में उर्दू और अंग्रेज़ी दोनों ही न जानने वाले वहां कि किसी शख्स ने सीमापार के गुब्बारों के कुछ पैकेट भारत की खेप में रख दिए होंगे. जो भी हो प्रतीकात्मक देशभक्ति ने एक रोचक नज़ारा तो पेश कर ही दिया.