फेसबुक पर वो घर बैठे बन गया 22 बच्चों का बाप, इन बच्चों को कभी पता नहीं चलेगा बाप का नाम

नई दिल्ली :  फेसबुक के ज़रिए एक शख्स 22 बच्चों का बाप बन गया. आपको यकीन नहीं होगा लेकिन ऐसा हुआ. हाल ही में ब्रिटेन के ग्लासगो शहर में एक शख्स ने अनोखा कारनामा रच दिया है. उसने स्वीकार किया है कि फेसबुक पर उसने अवैध तरीके से स्पर्म डोनेशन के लिए विज्ञापन जारी किया था. इसके बाद से अब तक वह 22 बच्चों का पिता बन चुका है.

 

स्पर्म डोनर ने अपनी पहचान गुप्त रखते हुए छद्म नाम एंथोनी फ्लेचर से ये खुलासा किया है. एंथोनी ने बताया कि वह मां बनने की चाहत रखने वाली महिलाओं को ग्लासगो स्थित घर पर बुलाता था. इसके बाद वह घर के पास मौजूद सड़क पर ही स्पर्म का पैकेट मुफ्त में महिला को सौंप देता था. स्पर्म डोनर फ्लेचर का दावा है कि उसने 50 से ज्यादा महिलाओं के लिए डोनेट किया है. ये सभी महिलाएं पूरे यूके से लंबा सफर तय करके उससे मिलने के लिए आईं थीं.

 

फ्री डोनेशन का करता है दावा : फ्लेचर का दावा है कि वह महिलाओं से स्पर्म डोनेशन के लिए कोई भी फीस चार्ज नहीं करता है. स्पर्म दान करने की प्रेरणा उसे पांच साल पहले मिली. जब उसने ऐसे लोगों को देखा, जिनके पास अपना परिवार नहीं है. फ्लेचर ने अपनी प्रोफाइल पर अपने बारे में कई जानकारियां दी हैं. प्रोफाइल के मुताबिक, फ्लेचर की उम्र 39 साल है और वह यूनीवर्सिटी से ग्रेजुएट है. वह मध्यम कद का, नीली आंखों और भूरे बालों वाला शख्स है.

 

स्पर्म डोनेशन से मिलती है खुशी : फ्लेचर ने फेसबुक पर पोस्ट भी लिखा है कि,’मैं ग्लासगो शहर से थोड़ी दूरी पर मौजूद एक्टिव और अनुभवी स्पर्म डोनर हूं. मैं प्रेग्नेंट होने की चाहत रखने वाली महिलाओं के लिए उपलब्ध हूं. मुझे सिंगल महिला, समलिंगी जोड़ों और सामान्य कपल्स के लिए स्पर्म डोनेट करने से खुशी मिलेगी. आप सिर्फ मुझे अपनी वर्तमान लोकेशन, उम्र, रिलेशनशिप स्टेट्स और डोनेशन के तरीके बारे में बताएं. मैं स्पर्म डोनेशन के लिए कोई फीस नहीं लेता हूं.’

 

कानून के है खिलाफ : लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो इस तरह की कोशिशें खतरनाक हो सकती हैं. जबकि, फ्लेचर ने बिना किसी क्लीनिक की मदद लिए सीधे लोगों को स्पर्म डोनेट करना शुरू कर दिया है. ये ब्रिटेन के कानून का भी उल्लंघन करता है. कानून के मुताबिक ब्रिटेन में स्पर्म डोनेशन से पैदा हुए किसी भी बच्चे को 18 वर्ष की आयु का होने पर उसके असली पिता के बारे में जानकारी दी जाती है. लेकिन फ्लेचर के मामले में ये किसी क्लीनिक से होने की बजाय सीधे फेसबुक से संचालित हो रहा है.