राफेल डील पर क्यों रेट नहीं बता रही सरकार, इस खबर से अंदाज़ा लगेगा गड़बड़ कहां है

नई दिल्ली: नॉकिंग न्यूज़ ने 25 सितंबर 2016 को राफेल विमान और अंबानी से जुड़े कई खुलासे किए थे. वो दिन है और आज का दिन है. मोदी सरकार का पीछा राफेल सौदा नहीं छोड़ रहा. हालात ये है कि संसद में वित्तमंत्री इस डील की कीमत तक बताने को तैयार नहीं है. इस विवाद आज वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज लोकसभा में बयान दिया. वित्त मंत्री ने कहा कि विमानों की कीमत नहीं बता सकते. उन्होंने 2005 में तत्कालीन रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी के बयान का हवाला भी दिया.

जेटली ने कहा कि प्रणब मुखर्जी ने भी कहा था कि हथियारों की कीमत नहीं बताई जा सकती. वित्त मंत्री ने राहुल गांधी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को दांव पर लगा कर एक मुद्दा खड़ा किया.

इसके साथ ही जेटली ने दूसरी बातें शुरू कर दीं. उन्होंने कहा कि सरकार की आर्थिक नीतियों से फायदा हो रहा है. आईएमएफ के आंकड़े का हवाला देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि भारत अगले दो साल में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बन जाएगा.( ये अलग बात है कि इस दिशा में अब तक लगातार रैंकिंग गिरी ही है. इस साल सबसे बुरा हाल है, नॉकिंग न्यूज़ पर आप ये खबर पढ़ सकते हैं …

राहुल गांधी ने कहा- कुछ तो गड़बड़ है

वित्त मंत्री के जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”अरुण जेटली ने मेरा नाम लिया लेकिन मुझे जवाब देने का मौका नहीं मिला.”

राफेल सौदे पर सरकार पर हमला करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”प्रधानमंत्री मेरे सवालों का जवाब इसलिए नहीं दे रहे क्योंकि इसमें कुछ तो गड़बड़ है. हमने 3 सवाल पूछे हैं, पीएम ने किसी का जवाब नहीं दिया. पहले सरकार ने कुछ कह था अब कुछ और कह रही है.”

क्या है राफेल डील?

भारत को 2019 के अंत तक फ्रांस से 36 राफेल लडाकू विमान मिलने हैं. सितंबर 2016 में 36 राफेल लड़ाकू विमान की खरीद को लेकर भारत और फ्रांस ने करार पर हस्ताक्षर किए थे. इस डील में कई फैक्टर हैं हमारी अलग से रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं जो राफेल पर सबकुछ साफ कर देती है.

यहां पढ़े रिपोर्ट