“दोबारा नहीं खुलेगी महात्मा गांधी की हत्या की फाइल ! चार कातिल की थ्योरी खारिज”

नई दिल्‍ली : महात्मा गांधी की हत्या की जांच दोबारा शुरु करवाने की कोशिश कर रहे लोगों को झटका लग है.  राष्‍ट्रपिता महात्‍मा गांधी की हत्‍या मामले में एमिकस क्यूरी ने सुप्रीम कोर्ट में अपनी रिपोर्ट दाखिल कर दी है. इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपित की हत्या की दोबारा जांच की कोई जरूरत नहीं है. रिपोर्ट में दो लोगों को फायरिंग करने व हत्या में विदेशी हाथ होने की दलीलों को भी नकारा गया है.

बता दें कि अभिनव भारत के पंकड फडणीस ने महात्मा गांधी की हत्या की दोबारा जांच की मांग करते हुए याचिका दाखिल की है. इसके बाद अदालत ने मामले में मदद के लिए पूर्व एडिशनल सॉलिसिटर जनरल अमरेंद्र शरण को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया था.

याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि महात्मा गांधी की हत्या में गोडसे के अलावा विदेशी खुफिया एजेंसी का भी हाथ था. उनके इस दावे के एमिकस क्यूरी ने खारिज करते हुए कहा है कि दस्तावेजों की तहकीकात में गांधी की हत्या में गोडसे के शामिल होने के अलावा किसी अन्य से होने की बात के साक्ष्य नहीं मिलते. साथ ही किसी विदेशी एजेंसी का हाथ होने, दो लोगों के फायरिंग करने और चार गोली चलने के दावों में दम नहीं है.

जस्टिस एस. ए. बोबडे और जस्टिस एल. नागेश्वर राव की सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने 7 अक्टूबर 2017 को शरण को एमिकस क्यूरी नियुक्त करते हुए उन्हें निर्देश दिया था कि वह गांधी हत्याकांड से जुड़े दस्तावेजों की जांच करें. 30 जनवरी 1948 को नई दिल्‍ली में गांधी जी को नाथूराम विनायक गोडसे ने गोली मारकर हत्‍या कर दी थी.