‘सीएम के घर में पुलिस ऐसे घुस सकती है तो जनता का क्या करेगी’, सुनिए खुद पुलिस ने क्या कहा

नई दिल्ली: दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दफ्तर में पुलिस गई. वहां उसने सबूत इकट्ठे किए. ये देखा कि कहीं किसी  हिस्से में मरम्मत बगैरह तो नहीं की गई है. कई गाड़ियों में भरकर पुलिस कीटीम केजरीवाल के घर गई थी. सीएम के घर की जांच करने के लिए न तो उनसे कोई अनुमति ली गई थी न अदालत से कोई सर्च वरंट था.

पुलिस से जब रिपोर्टर्स ने पूछा कि आपने मुख्यमंत्री के कार्यालय को सूचना दी थी तो एडीशनल डीसीपी का बयान था कि हमने केयर टेकर को बताया था. उस शख्स को जो सीसीटीवी बगैरह की देखभाल करता है.

मुख्यमंत्री की तरफ से बाकायदा इस पर एतराज भी जताया गया है. आम आदमी पार्टी ने एक मोबाइल फुटेज मीडिया को दिया जिसमें पुलिस के लोग बेधड़क एक से दूसरे कमरों में घुसते और झांकते दिख रहे हैं.

दिल्ली पुलिस जब पहुंची तब सीएम घर पर ही थे. बताया गया कि पुलिस ने सीएम को नहीं रोका. पुलिस के अधिकारियों के पहुंचने के आधे घंटे बाद सीएम वहां से निकले.  जानकारी के अनुसार सीएम आवास पर करीब 25 सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. बताया जा रहा है कि जहां पर मीटिंग हुई थी वहां सीसीटीवी नहीं लगा था.

जब सीएम घर से निकले तो संवाददाताओं को उन्होंने एक लाइन का जवाब दिया. ये मुख्यमंत्री थप्पड़कांड के बाद सीएम का पहला जवाब था. उन्होने कहाकि पुलिस बेहद चुस्ती से जांच कर रही है काश कि इतनी चुस्ती जस्टिस लोया हत्याकांड में भी दिखाई होती.

दिल्ली सरकार के प्रवक्ता अरुणोदय प्रकाश के अनुसार करीब 60-70 पुलिसकर्मियों ने मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश किया था.

प्रकाश ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘मुख्यमंत्री आवास को पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया. बिना किसी सूचना के बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी मुख्यमंत्री आवास में घुस आये. पुलिस राज ने दिल्ली में लोकतंत्र की हत्या कर दी. मुख्यमंत्री आवास के अंदर पुलिस चारों ओर फैल गई. अगर वे एक निर्वाचित मुख्यमंत्री के साथ ऐसा कर सकते हैं तो सोचिए वे गरीब लोगों के साथ क्या कर सकते हैं!!!’’

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘लोकतंत्र में एक न्यूनतम शिष्टाचार है. हर नागरिक को संविधान के तहत अधिकार प्राप्त है. यह उस मुख्यमंत्री को अपमानित करने का प्रयास है जो गरीबों एवं समाज के आखिरी व्यक्ति तक के लिये बिना थके काम कर रहे हैं.’’

सोमवार रात केजरीवाल के आवास पर एक बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव पर कथित हमला मामले में बुधवार को पुलिस ने देवली से आप विधायक प्रकाश जरवाल और ओखला से आप विधायक अमानतुल्ला खान को गिरफ्तार किया था.

पार्टी आरोप लगा रही है कि दिल्ली सचिवालय में आम आदमी पार्टी के मंत्री और दिल्ली डायलॉक कमीशन के चीफ पर जिन लोगों ने हमला किया था उनके खिलाफ सीसीटीवी होते हुए भी कोई एक्शन नहीं लिया गया है. जबकि मुख्यसचिव के मामले में सीएम तक को अपमानित किया जा रहा है.