बेकाबू ड्राइवरलैस मेट्रो दीवार फोड़कर बाहर निकली, 5 दिन बाद मोदी को करना था उद्घाटन

नई दिल्ली: जिस ड्राइवरलैस मेट्रो का प्रधानमंत्री मोदी उद्घाटन करने वाले थे वो ट्रायल के दौरान हादसे का शिकार हो गई है. दोपहर तीन से चार बजे के आस पास कालिंदी कुंज डिपो पर मेट्रो पटरी से उतर गई और दीवार को तो़ड़कर बाहर निकल गई. इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक किसी तकनीकि खराबी के चलते ब्रेक नहीं लगा जिसके कारण ये हादसा हुआ. अच्छी बात ये है कि हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

जानकारी के मुताबिक मेट्रो को आगे की ओर जाना था लेकिन किसी तकनीकि गड़बड़ी के चलते मेट्रो लगातार पीछे की ओर जाती गई और स्टेशन की दीवार तोड़कर बाहर निकल गई. अभी यह पता नहीं चला है कि ट्रेन किस रफ्तार से बाहर निकली.

 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी को करना है उद्घाटन

इस मेट्रो लाइन का 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करना है. 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है, इसी दिन प्रधानमंत्री मोदी अचानक नवाज शरीफ के घर शादी में शरीक होने लाहौर गए थे और इसी दिन दिल्ली मेट्रो के 15 साल भी पूरे हो रहे हैं. वाजपेयी ने अपने जन्मदिन पर ही मेट्रो का उद्घाटन किया था. थोड़ी देर में दिल्ली मेट्रो आधिकारिक बयान जारी कर पूरी घटना की जानकारी देगा.

 धुलाई के बाद नहीं चेक हुए थे ब्रेक

मेट्रो हादसे पर मेट्रो का परिचानल करने वाली संस्था डीएमआरसी का बयान आया है. डीएमआरसी ने हादसे के लिए गलती मानी है. डीएमआरसी के मुताबिक ट्रेन को धुलाई के लिए वर्कशॉप में लाया गया था. यहां धुलाई के बाद ब्रेक जी जांच किए बिना ही ट्रेन को रवाना कर दिया गया.

धुलाई के बाद रैप से उतरने के दौरान ट्रेन लगातार पीछे जाती गई और वाउंड्री वॉल को तोड़कर बाहर निकल गई. मेट्रो ने तीन अधिकारियों की कमेटी बनाकर घटना की जांच के आदेश दिए हैं. जांच रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

मैजेंटा लाइन पर ये पहला हादसा नहीं

आपको बता दें कि मैजेंटा लाइन पर ये पहला हादसा नहीं है. इससे पहले भी ट्रायल के दौरान ही मेट्रो हादसे का शिकार हुई थी लेकिन वो इतना बड़ा नहीं था. उस वक्त तकनीकि कमी के चलते दो ट्रेनें आमने-सामने आकर रुक गई थीं. आपको बता दें इस लाइन को 13 नवंबर को सुरक्षा क्लीयरेंस मिल चुका है. इस लिहाज से बड़ा सवाल है कि क्लीयरेंस मिलने के बाद दुर्घटना कैसे हुई?

क्या है मैजेंटा लाइन का रूट?

ये मेट्रो बॉटेनिकल गार्डन से कालकाजी मंदिर तक (मैजेंटा लाइन) मेट्रो विस्तार का उद्घाटन करेंगे, जिसके बाद इस लाइन को आमजन के लिए खोल दिया जाएगा. मेट्रो के मुताबिक मैजेंटा लाइन के बॉटेनिकल गार्डन और कालकाजी के बीच अभी लगने वाले समय में 52 मिनट के समय में कमी आएगी, वहीं बॉटेनिकल गार्डन से ब्लू लाइन के रास्ते वायलेट लाइन से कालकाजी जाने के समय में सीधे 19 मिनट की कमी आएगी.

क्या हो सकती है वजह?

मेट्रो की ओर से अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है लेकिन इस दुर्घटना के कुछ संभावित कारण हो सकते हैं. हो सकता है कि किसी बड़ी तकनीकि चूक के चलते हादसा हुआ हो या फिर फिर ड्राइवर लेस मेट्रो को कमांड देने में गलती हुई हो. इसके अलावा दुर्घटना के पीछे मानवीय भूल भी हो सकती है.

कौन कौन से स्टेशन पड़ेंगे रूट में?

मैजेंटा लाइन में कुल नौ स्टेशन हैं. इनमें बॉटेनिकलगार्डन, ओखला बर्ड सेंक्चुरी, कालिंदी कुंज, जसोला विहार, शाहीन बाग, ओखला विहार, जामिया मिलिया इस्लामिया, सुखदेव विहार, ओखला फेज-3, कालकाजी मंदिर स्टेशन शामिल हैं.

इन यात्रियों को होगा मैजेंटा लाइन का सबसे ज्यादा फायदा

मेट्रो की इस लाइन से नोएडा से फरीदाबाद जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. इसके बाद कालकाजी मंदिर के जंक्शन लाइन बनने से उस दिशा में जाने वाले यात्रियों के समय में बचत होगी.