महंगाई : टमाटर, प्याज, सिलेंडर के बाद अब गाडी़ का इंश्योरेंस भी महंगा

नई दिल्ली: सौ रुपये किलो टमाटर और पचास रुपये की प्याज के बाद जब 93 रुपये सिलेंडर पर बढ़े तो सोचा था कुछ दिन राहत रहेगी लेकिन अब उल्टा खेल हो गया है. सरकार ने  दो पहिया और चार पहिया वाहनों का इंश्योरेंस भी महंगा कर दिया है. आज से इंश्योरेंस रेगुलेटर आईआरडीए ने बीमा एजेंटों को मिलने वाले कमीशन को बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. नई दरें आज से ही लागू हो गई हैं.

अभी तक टू-व्हीलर गाड़ियों का कमीशन कम होने के चलते बीमा एजेंट इंश्योरेंस करवाने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाते थे. इसीलिए वे काफी समय से कमीशन बढ़ाने की मांग करते आ रहे थे. समझ नहीं आता कि जब रुचि कम थी तो कौनसा लोग इंश्योरेंश नहीं करा रहे थे.

खबरों के मुताबिक, चार पहिया वाहनों के मामले में एजेंट का कमीशन बढ़कर 15 फीसदी से 17.5 फीसदी और दो पहिया वाहनों के मामले में यह 10 फीसदी से बढ़कर अब 15 फीसदी हो गया है.

देश में दो तरह के इंश्‍योरेंस कवरेज होते हैं- कम्‍प्रीहेंसिव और थर्ड पार्टी. कम्‍प्रीहेंसिव के तहत गाड़ी के पूरे डैमेज और चोरी को कवर किया जाता है और कम्‍प्रीहेंसिव इंश्‍योरेंस के मामले में कमीशन काफी बढ़ा दिया गया है.

थर्ड पार्टी के मामले में पहले एजेंट का कमीशन तय नहीं था. बीमा कंपनियां मौटे तौर पर उन्‍हें 100 से 150 रुपए दिया करती थीं. लेकिन अब उन्‍हें वार्षिक प्रीमियम का 2.5 फीसदी कमीशन के रूप में मिलेगा.

भारत में थर्ड पार्टी मोटर इंश्‍योरेंस बाध्‍यकारी है. अप्रैल से जून के बीच जनरल इंश्‍योरेंस इंडस्‍ट्री द्वारा संग्रहित प्रीमियम में इसका योगदान 55 फीसदी है.