उसने संसद में बच्चे को स्तनपान कराया जहां, सिर्फ बालिगों को आने की इजाजत थी

सिडनी : संसद में बच्चे को फीड कराकर उस महिला ने दुनिया में मातृत्व को एक और ऊंचा दर्जा दिला दिया. ऑस्ट्रेलिया की एक सांसद ने वहां की संसद में अपनी नवजात बच्ची को स्तनपान कराया. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया की राजनीति में इतिहास बन गया. लैरिसा वॉटर्स देश की संसद में नवजात को स्तनपान कराने वाली वह पहली महिला बन गई हैं. लैरिसा ग्रीन्स पार्टी की सांसद हैं.

वह अपने दूसरे बच्चे जन्म देने के बाद मंगलवार को पहली बार संसद पहुंचीं. बच्ची को स्तनपान कराने के लिए वह उसे साथ लेकर आई थीं.
लैरिसा ने संसद में अपने नवजात बच्चे को स्तनपान कराने की खुशी ट्विटर पर शेयर की. उन्होंने लिखा, ‘मुझे गर्व है कि मेरी बेटी आलिया फेडरल पार्ल्यामेंट की पहली स्तनपोषित बच्ची है. हमें ऐसी और महिलाओं और माता-पिता की जरूरत है.’

लैरिसा ने अपनी फेसबुक प्रोफाइल में भी अपनी बच्ची को दूध पिलाने वाली तस्वीर लगा दी है. ऐसा करने के बाद कई लोगों ने तस्वीर पर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं दी हैं. एक यूजर ने लिखा, ‘इस खूबसूरत तस्वीर को शेयर करने और समाज में स्तनपान को सामान्य बनाने में मदद करने के लिए शुक्रिया.’ एक और यूजर ने लिखा, ‘आप सच में लेजेंड हैं.

दरअसल पुराने नियमों के चलते बच्चों (संसद में लाने को लेकर) पर तकनीकी रूप से प्रतिबंध था. वॉटर्स ने बताया, ‘2003 में कर्स्टी मार्शल नाम की एक विक्टोरियन सांसद को अपनी 11 दिन की बच्ची को स्तनपान कराने के चलते स्टेट पार्ल्यामेंट से बाहर निकाल दिया गया था.’ पिछले साल ऑस्ट्रेलिया की संसद के माहौल को पारिवारिक रूप से ज्यादा मैत्रीपूर्ण बनाने के मकसद के तहत नए नियम लाए गए थे.

महिलाओं का सार्वजनिक रूप से स्तनपान कराना कई देशों में बहस का मुद्दा बन चुका है और संसदीय सेशनों के दौरान बच्चों को लाने को लेकर महिला सांसदों और राजनेताओं की आलोचना की गई है. स्पेन और यूरोपियन संसदों में महिलाओं को स्तनपान कराने की अनुमति है.