सुरक्षा न होती तो बुरी तरह पिटते सीएम नितीश कुमार, काफिले पर गांव वालों ने हमला बोला

बक्सर : बक्सर जिले के नंदन गांव में विकास समीक्षा यात्रा के लिए पहुंचे बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार आज जनता के हाथों बुरी तरह पिटे होते अगर सुरक्षा कड़ी न होती. नीतीश कुमार के काफिले पर लोगों ने जमकर पत्थरबाजी की गई है जिससे कई गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं और सीएम को बमुश्किल वहां से सुरक्षित निकाला गया है.
बताया जा रहा है कि कुछ गांव वालों ने ने सीएम के कारकेड पर हमला कर दिया और जमकर पत्थरबाजी की, जिससे काफिले में कई गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं. सुरक्षाकर्मियों ने किसी तरह अपनी जान बचाई और गाड़ी लेकर भाग खड़े हुए. इस घटना में कई सुरक्षाकर्मी घायल हो गए हैं. पुलिस का कहना है कि पथराव असामाजिक तत्वों ने किया.
गांव के ही चमटोली के लोगों का कहना था कि विकास केवल मुख्यमंत्री को दिखाने के लिए हुए, गांव के ही दूसरे इलाके में कुछ नही हुआ जहां के ये लोग थे. आधा साइज के ईंट चलने से कई गाड़ियों के शीशे टूट गए काफिले में भगदड़ की स्थिति मच गई. जनता के गुस्से का शिकार कुछ पुलिसवाले भी हुए..
ग्रामीणों का आरोप है कि सात निश्चय कार्यक्रम के तहत गांव में कोई काम नहीं हुआ, इसी को लेकर ग्रामीण विरोध जता रहे थे और सीएम को गांव लाने की मांग कर रहे थे. घटना के बाद सीएम नीतीश कुमार गांव से सुरक्षित निकालकर वहां से दो किलोमीटर दूर एक फॉर्म पर ले जाया गया.
सीएम को अहिनौरा में गार्ड अॉफ आनर दिया गया. जिसके बाद सीएम ने अपना भाषण पढ़ना शुरू किया और कहा कि जिस शादी में दहेज लिया जाता हो उस शादी में ना जाएं. उन्होंने दहेज और बाल विवाह को समाज से खत्म करने की बात कही.
उन्होंने लोगों से वादा किया कि जो भी वादा किया है वो पूरा करेंगे. इतना कहना था कि लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया और अपना विरोध प्रकट किया.
वहीं इससे पहले महादलित महिलाओं ने सीएम के काफिले को रोकने की भी कोशिश की थी. बता दें कि पिछली बार भी सीएम नीतीश की विकास समीक्षा यात्रा के दौरान चौसा में कुछ ऐसा ही हुआ था.