“राम-राम जपना पराया माल अपना” असली योगदान वालों को बुलाना भूले योगी

नई दिल्ली: कितनी अचरज की बात है जिसने मेट्रो बनाई और जिसने मेट्रो में धन लगाया दोनों ही 25 दिसंबर को उद्घाटन में शामिल नहीं होंगे. योगी सरकार ने दोनों को न्यौता नहीं भेजा है. ये दोनों है उत्तर प्रदेश के तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल. बेहद शर्मनाक ढंग से दोनों ही नेताओं को उद्घाटन समारोह का आमंत्रण तक नहीं भेजा गया है.

ये पहली बार है जब किसी सरकार ने इतना अशालीन रवैया अपनाया है. अखिलेश यादव ने इस पर बाकायदा ट्वीट भी किया है. उन्होंने लिखा है ” राम राम जपना पराया माल अपना”

25 दिसंबर यानी सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया जाएगा.  25 दिसंबर के दिन ही पीएम मोदी सारे प्रोटोकोल तोड़कर नवाज शरीफ की बेटी की शादी में शामिल होने लाहौर गए थे. इस बार फिर एक प्रोटोकॉल तोड़ा जा रहा हैत

प्रधानमंत्री इस उद्घाटन समारोह के बाद नोएडा में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे. जनसभा स्थल पहुंचने से पहले वह मेट्रो की नई लाइन के कुछ स्टेशनों तक मेट्रो ट्रेन में सफर भी करेंगे. जहां जनसभा हो रही है वो भी नोए का कोई सार्वजनिक स्थल नहीं है बल्कि एमिटी यूनिवर्सिटी का मैदान सरकार ने ले लिया है.

दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने मेट्रो का किराया बढ़ाने के खिलाफ पहले ही मोर्चा खोल रखा है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय ने कहा है कि मुख्यमंत्री को उद्घाटन समारोह का निमंत्रण प्राप्त नहीं हुआ है. दिल्ली सरकार के एक प्रवक्ता ने समाचार एजेंसी IANS को बताया, ‘हमें कार्यक्रम की कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी गई है.

हमारी प्रथम प्राथमिकता यात्रियों के लिए सुरक्षित मेट्रो और किराये की उचित दर है और बात अगर उद्धघाटन की है तो हमें कोई निमंत्रण नहीं मिला है. यह सवाल डीएमआरसी और शहरी विकास मंत्रालय से पूछे जाने चाहिए.’ इस लाइन पर मेट्रो का परिचालन शुरू होने से नोएडा और दक्षिण दिल्ली के बीच यात्रा के समय में काफी कमी आएगी. यह बॉटनिकल गार्डन (नोएडा)-जनकपुरी वेस्ट गलियारे का हिस्सा है. बॉटनिकल गार्डन से कालकाजी खंड की लाइन पर नौ स्टेशन हैं. कालका मंदिर को छोड़ सभी स्टेशन एलीवेटेड हैं. कालकाजी से बॉटनिकल गार्डन आने वाले यात्री अपनी यात्रा के मौजूदा 52 मिनट के समय को अब करीब 19 मिनट में पूरा कर सकते हैं.