सदी का सबसे बड़ा चुटकुला, सरकार ने कहा-अबतक हुई नोटों की गलत गिनती, दोबारा गिनवाए जाएंगे पुराने नोट

नई दिल्ली: अगर ये आशंका सही है तो ये सदी का सबसे बड़ा चुटकुला है. मोदी सरकार को लगता है कि नोटबंदी के बाद बैंकों के पास जो पैसा आया है, उसमें कहीं न कहीं गिनती में चूक हुई है. सरकार ने रिजर्व बैंक और बैंकों से जमा कराए गए नोटों को फिर से चेक करने को कहा है. क्या इसकी कल्पना भी की जा सकती है कि बैंकों ने कम नोट लिए हों और रिकॉर्ड में ज्यादा नोट लिख दिए हों. दरअसल सरकार के इस टेंशन की वहज है सरकार के हर हिसाब का गलत साबित होते जाना. उसके सभी अनुमान फेल हो चुके हैं. काला धन तो एक रुपये का भी नहीं निकला. सारा पैसा अकाउंट में आ गया.

जानकारों का कहना है कि सरकार के पास कैंसल किए गए 1000 और 500 के सभी नोट वापस आ चुके हैं ये रकम 13 लाख करोड़ रुपये हैं. इस तरह से जितनी करंसी को कैंसल किया गया था, वह पूरी रकम उन्हें मिल चुकी है, जबकि पुराने नोटों को जमा कराने की डेडलाइन 30 दिसंबर है.यानी जितने नोट कैंसल हुए थे उससे ज्यादा जमा हो गए हैं. नकली नोटों की बात इसलिए नहीं की जा सकती क्योंकि एक एक नोट को चैक करके ही बैंक ले रहे हैं और नकली नोटों का पूरा हिसाब सरकार के पास है.

इकनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी शक्तिकांत दास ने बताया, ‘आरबीआई ने बताया है कि 12.5 लाख करोड़ रुपये बैंकों के पास आ चुके हैं. हमें लगता है कि इसमें डबल काउंटिंग की गलती हुई है. इसलिए हमने आरबीआई और बैंकों से इसे चेक करने को कहा है.’ 500 और 1,000 रुपये के जिन पुराने नोटों को कैंसल किया गया था, उनकी वैल्यू 15.4 लाख करोड़ रुपये है.