बुराड़ी में हुई थी 9 लोगों की हत्या, नारायणी के गले पर दबाने के निशान


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बुराड़ी कांड में  नारायणी देवी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद पूरी घटना में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में बाकी दस लोगों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फांसी से मौत का पुष्टि हो गई है वहीं नारायणी देवी की मौत के मामले में माना जा रहा है कि उनकी गला दबाकर हत्या की गई थी. शुरुआत से ही पुलिस को ऐसा लगा था कि नारायणी देवी की हत्या हुई है. इसी आधार पर केस दर्ज किया गया था.  दरअसल नारायणी देवी का शव एक कमरे में मिला था और उनके गले पर निशान थे. ये निशान कुछ अलग तरह के थे. नारायणी देवी की मौत को लेकर डॉक्टर्स की अलग अलग राय थी इसीलिये डॉक्टर्स की टीम ने घर का मुआयना किया था.

 

पिछले 11 दिनों से लोग ये सोच रहे थे कि बुराड़ी केस हत्या है या आत्महत्या? हर कोई पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रहा था. आज 11वें शव यानी नारायणी देवी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई. इससे पहले बुधवार को 10 शवों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है. लेकिन नारायणी देवी के गले पर गला दबाकर हत्या के निशान मिलने से मिस्ट्री उलझ गई है.

 

अब जांच जिस दिशा में जा रही है उसका मतलब है कि संतनगर में कुल नौ लोगों की हत्या की गई. सिर्फ दो लोग थे जिन्होंने सुसाइड किया. रिपोर्ट के मुताबिक, 9 सदस्यों की मौत फंदे पर लटकने की वजह से ही हुई थी. 9 लोगों के शव पहली मंजिल पर बरामदे वाले एरिया में एक जगह ही छत पर लगे लोहे की ग्रिल से लटके हुए मिले थे, जबकि एक महिला का शव बरामदे पर कोने पर रोशनदान से लटका हुआ मिला था. लेकिन वो खुद लटके या लटकाया गया इसकी पुष्टि नहीं हुई है.

 

जिन 9 लोगों के शव एक जगह मिले थे वो बरगद की जड़ों की तरह लटके हुए थे. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हुई है. साथ ही किसी के शरीर में चोट के निशान भी नहीं मिले हैं, जिससे पुलिस को हत्या करने का शक भी हट गया है.

 

3 के हाथों में खरोच के निशान: ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने बताया कि बुधवार दोपहर मेडिकल बोर्ड ने क्राइम ब्रांच को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट सौंपी. रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि सभी 10 लोग खुद फंदे पर लटके थे न कि उनकी गला घोटकर हत्या करने अथवा जहर देकर हत्या करने के बाद लटकाया गया था. रिपोर्ट से साफ हो गया है कि ललित व उसके परिजनों की किसी बाहरी तत्व ने हत्या नहीं की थी बल्कि यह भयावह हादसा था.

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