केजरीवाल ने निंदकों को दिया करारा जवाब, बोले एसी मेरे घर में भी है

केजरीवाल अपने तीन साथी मंत्रियों के साथ पिछले पांच दिन से धरने पर हैं. इनमें केजरीवाल के दो साथी आमरण अनशन भी कर रहे हैं. आज पांचवे दिन केजरीवाल ने जनता को दिए अपने संदेश में ब्रह्मास्त्र फेंका. उन्होंने पत्रकारों की लताड़ लगाई. केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग चैनलों पर दिखा रहे हैं कि दिल्ली धूल में बैठी है और मुख्यमंत्री एसी में धरना दे रहा है.

केजरीवाल ने कहा ये आरोप बचकाना है. हमारे घर में भी एसी है. हमें एसी के लिए यहां आने की ज़रूरत नहीं है. एसी में ही बैठना होता तो घर में बैठते.

उन्होंने कहा कि कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि केजरीवाल आराम से सोफे पर सो रहा है. सोफे पर सोना कोई आराम की बात नहीं होती. इतना आरामदेह नहीं है सोफा.

केजरीवाल ने प्रदूषण के लिए सीधे पीएम मोदी को ज़िम्मेदार ठहराया . उन्होंने कहा कि मोदी के इशारे पर दिल्ली में अफसर हड़ताल पर बैठे हैं. प्रदूषण नियंत्रण के लिए हर 15 दिन में बैठक होती थी अब नहीं हो रही.

केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी का काम अफवाहें फैलाना है. कुछ पत्रकार कह रहे हैं कि हड़ताल हुई ही नहीं. है. अगर हड़ताल नहीं हुई है तो ये पत्रकार बताएं कि चार महीने में अधिकारियों ने कितनी बैठकें सरकार के साथ की. अगर एक भी बैठक हुई है तो मान लेंगे कि हड़ताल नहीं है.

केजरीवाल ने कहा कि दुखद है बीजेपी हड़ताल करने वालों का साथ दे रही है . उनके पक्ष में धरना दे रही है. इससे साफ हो जाता है कि हड़ताल के पीछे कोई और नहीं खुद बीजेपी है.

आज इस मसले पर केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखी. चिट्ठी में कई बड़े मुद्दे उठाए गए. इसमें एक धमकी भी थी कि अगर धरना खत्म नहीं हुआ तो वो नीति आयोग की बैठक में नहीं जाएंगे. उन्होंने साफ किया कि धरना तभी खत्म होगा जब हड़ताल खत्म होगी.

आदरणीय प्रधानमंत्री जी,

आपने 17 जून को नीति आयोग की मीटिंग बुलाई है. इसके लिए दिल्ली का मुख्यमंत्री होने के नाते मुझे भी निमंत्रण आया है. दिल्ली में पिछले तीन महीनों से आइएएस अफसरों की हड़ताल चल रही है, जिसकी वजह से कई काम रुक गए हैं.

इस हड़ताल को खत्म कराने के लिए पिछले तीन दिनों से मैं और मेरे तीन मंत्री एलजी निवास पर एलजी साहब से मिलकर इस हड़ताल को खत्म करवाने के लिए बैठे हैं, पर आपके एलजी साहिब इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. चूंकि दिल्ली के आइएएस अफसर सीधे आपके नियंत्रण में आते हैं, कल मैंने आपको पत्र लिखकर निवेदन किया था कि आप इस हड़ताल को खत्म करवाए. आपके यहां से भी कोई जवाब नहीं आया.

खत के अंत में लिखा है ‘.दिल्ली के लोगों की तरफ से आपसे मेरा फिर से निवेदन है कि इस हड़ताल को खत्म करवाएं. इस वक्त दिल्ली के लोगों के लिए यह सबसे अहम मुद्दा है.  मैं उम्मीद करता हूं कि 17 जून के पहले आप हड़ताल खत्म करवा देंगे. ताकि मैं नीति आयोग की बैठक में शामिल हो सकूं.

भवदीय

अरविंद केजरीवाल

शुक्रवार को सुबह अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट में लिखा- ‘सुप्रभात, आज सत्येंद्र जी के अनशन का चौथा दिन है. मनीष जी के अनशन का तीसरा दिन है. कल LG साहिब से मिलने का समय मांगा था. उन्होंने जवाब भी नहीं दिया. प्रधानमंत्री जी से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया. उन्होंने भी कोई जवाब नहीं दिया. उम्मीद करता हूं कि दिल्ली को जल्द समाधान मिलेगा.’

वहीं, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी कुछ इसी अंदाज में ट्वीट किया है-‘सुप्रभात साथियों, LG ऑफ़िस में इंतज़ार करते 4 रातें बीत गईं. मगर LG साहेब 4 मिनट का समय नहीं निकाल पाए, उम्मीद हैं माननीय प्रधानमंत्रीजी ध्यान देंगे.’

शुक्रवार दोपहर उस समय हंगामा मच गया जब एलजी हाउस में एंबुलेस आई. अनिश्चितकानी धरने पर बैठे मनीष सिसोदिया ने एंबुलेश के एलजी हाउस में प्रवेश करने पर अनशन तुड़वाने की आशंका जताई.

उन्होंने कहा कि हमें एनीमा देने के लिए डॉक्टर्स को अंदर आने दिया जा रहा है. हमारा अनशन जबरदस्ती तुड़वाने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि चेतावनी देना चाहता हूं कि अगर ऐसा हुआ तो हम पानी भी त्याग देंगे.

इससे पहले सुबह सत्येंद्र जैन के बाद केजरीवाल ने उपराज्यपाल पर निशाना साधते हुए एक और ट्वीट किया- ‘हमारी बसों में CCTV कैमरों का इंतज़ाम हम दिल्ली वाले ख़ुद कर लेंगे. अपनी महिलाओं के लिए हम पैसे की कमी नहीं होने देंगे. आपके पास आए थे क्योंकि आपके पास जो पैसा है, वो भी इस देश की महिलाओं का ही है. बस आपसे एक ही विनती है – अपने LG साहिब को बोल देना कि अब इसमें अड़ंगा ना लगाएं.’

 

केजरीवाल को मिला ममता का समर्थन

ममता बनर्जी ने ट्वीट किया- ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल देश की राष्ट्रीय राजधानी में पिछले कुछ दिनों से उप राज्यपाल के कार्यालय में बैठे हैं. निर्वाचित मुख्यमंत्री को अवश्य ही उचित सम्मान मिलना चाहिए.’

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