क्या सीपीएम के डर से बीच में ही दिल्ली लौट आए अमित शाह? ये खबर ज़रूर पढ़ें

नई दिल्ली : ‘जनरक्षा यात्रा’ के लिए केरल पहुंचे अमित शाह को अपना दौरा बीच में ही छोड़कर वापस लौटना पड़ा. पार्टी ने इसके पीछे कोई स्प ष्टश वजह नहीं बताई, सिर्फ इतना कहा गया कि ‘किसी जरूरी काम’ की वजह से शाह दिल्ली वापस लौटे हैं. शाह को बुधवार को यहां राज्य के पार्टी नेताओं और बुद्धिजीवियों से मुलाकात करनी थी, लेकिन दिल्ली में जरूरी काम की वजह से उन्हें आज ही वापसी करनी पड़ी. भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव मतंदूर ने कहा कि शाह को किसी जरूरी काम से दिल्ली जाना पड़ा, लिहाजा उनके सारे कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया.

दूसरी तरफ, CPI-M ने आरोप लगाया है कि शाह ने अपनी यात्रा के लिए दूसरे राज्यों से भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ता बुलाए थे. दावा है कि यात्रा के दौरान उन्होंदने ‘जय जय सीपीआई-एम’ के नारे लगाने शुरू कर दिये. लेफ्ट ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड किया है, जिसमें बीजेपी का झंडा उठाए कुछ लोग हिंदी में ‘जय जय सीपीआई-एम’ बोल रहे हैं. लेफ्ट ने पूछा है कि क्याय इसी वजह से शाह ‘भाग’ गए?

भाजपा अध्य्क्ष ने केरल में सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) पर हमला बोलते हुए कहा था कि राज्य में भाजपा और आरएसएस के कार्यकर्ताओं की हत्या के लिए मुख्यमंत्री पिनरई विजयन जिम्मेदार हैं. शाह ने कहा कि वर्ष 2001 के बाद केरल में भाजपा और आरएसएस के 120 कार्यकर्ता मारे गए हैं और उन्होंने माकपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार से कहा कि लोगों को यह पता चलना चाहिए कि कौन इन हत्याओं के लिए जिम्मेदार है.

शाह अपनी इस यात्रा के तहत पांच अक्टूबर को राजनीतिक हिंसा के विरुद्ध माकपा सरकार और राज्य में बढ़ते जेहादी आतंकवाद के खिलाफ विरोध जताने के लिए मुख्यमंत्री के घर तक पदयात्रा करने वाले थे, मगर दौरा बीच में ही रद्द कर दिया गया.