दस दास्तान बलात्कारी बाबा के खट्टर से दोस्ताने की , अब भी जारी है मेहरबानियां

चंडीगढ़ : दिल्ली के मुख्यमंत्री होते थे साहिब सिंह उनके सगे भाई के लड़कों पर कुछ गंभीर अपराध के आरोप लगे. साहिब सिंह ने कहा कि मेरा भाई होने से कुछ नहीं होता. पुलिस अपना काम करेगी. दूसरे हैं मनोहर लाल खट्टर साहब, उनके मंत्री अनिल बिज. बलात्कारी औह 32 लोगों की हत्यारी भीड़ के मुखिया राम रहीम के इनने गंभीर अपराधों में शामिल होने के बावजूद उन पर निसार हुई पड़ी है.

कल हमने कुछ सबूत पेश किए थे जिनमें बताया था कि बाब राम रहीम के बीजेपी और उनके नेताओं के साथ संबंध है. वो फोटो वाले सबूत थे लेकिन आज बता रहे हैं जो दोस्ताने खट्टर साहब ने दिखाए हैं.

पहला दोस्ताना

तीन महीने पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राम रहीम सिंह की दो कौड़ी की फिल्म (जिसे उसके चेलों के अलावा किसी ने नहीं देखा ) ‘जट्टू इंजीनियर’ को छह महीने के लिए टैक्स फ्री कर दिया। खट्टर साहब ने सारी खुफिया रिपोर्ट और डेरा के बारे में गंभीर जानकारियां होते हुए ये दोस्ती निभाई. बाकायदा खट्टर साहब ने मई महीने में करनाल में एक कार्यक्रम में जाकर फिल्म को कर मुक्त करने की घोषणा की थी।

 दूसरा दोस्ताना

राज्य के स्वास्थ्य एवं खेल मंत्री अनिल विज ने अपने विवेकाधीन कोटे से बाबा को 51 लाख रुपये दिए. ये रकम सरकारी पैसा होती है और इसका इस्तेमाल सार्वजनिक भलाई के कामों जैसे सड़क बनाना पुलिया बनाना बगैरह के लिए होता है. लेकिन बाबा को ग्रामीण खेलों का प्रचार करने के लिए ये रकम दी गई. मजेदार बात ये है कि जिन खेलों के लिए रकम दी गई वो बाबा ने खुद बनाए हैं और उन्हें डेरा के बाहर कोई नहीं खेलता.

हरियाणा के एक और मंत्री मनीष ग्रोवर ने भी डेरा खेल गांव को 11 लाख रुपए देने की घोषणा की थी।

 

तीसरा दोस्ताना

बाबा को बाकायदा गंभीर अपराधों में जमानत पर होने के बावजूद विदेश यात्रा की इजाजत मिली. वो दो बार अपनी फिल्मों की शूटिंग और प्रमोशन के लिए विदेश गए. सरकार ने इस पर अदालत में कोई एतराज नहीं किया. कहा गया कि फिल्म वेदों का प्रचार करने के लिए है. देशभक्ति वाली फिल्म होने की बात कहकर बाबा संघ और बीजेपी के और नज़दीक हो गए.

 

चौथा दोस्ताना

पूरे हरियाणा में धारा 144 लगी थी. पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट सख्ती पर सख्ती दिखा रहा था. इंटेलीजेंस इनपुट थे लेकिन बाबा पूरे शानो शौकत से अदालत जा सकें इसलिए खट्टर साहब ने दो चार नहीं 200 से ज्यादा गाड़ियों का काफिला साथ लेकर चलने की बाबा को इजाजत दी. इन गाड़िओं को बाकायदा पूरी प्लानिग के साथ बुलाया गया था . हर गाड़ी पर डेरा का स्टिकर था. धारा 144 के बावजूद बाबा के अनुयायियों को आराम से उनके काफिले के दर्शन करने दिए गए. वो लाइन लगाकर सड़क किनारे बैठे रहे.

 

पांचवा दोस्ताना

बाबा सजा सुनने के बाद उससे भी ज्यादा वीआईपी हो गए जितने डेरा के अंदर होते थे. न्यायिक हिरासत में बाबा को बाकायदा उनकी पसंद का अगस्ता वेस्टलैंड हैलीकॉप्टर मुहैया कराया गया. इस हैलीकॉप्टर में प्रधानमंत्री मोदी भी सफर करते हैं. हैलीकॉप्टर में उनके साथ उनकी बेटी को भी जाने की इजाजत थी. . सभी आधुनिक सुख सुविधाओं के इंतज़ाम थे. सबस बड़ी बात ये कि हिरासत में उनकी बेटी यानी कैदी के परिवार का सदस्य उनके साथ था. मीडिया ने सिर्फ ये फोटो ही नहीं दिखाए बल्कि बाबा को चॉकलेट चबाते भी दिखाया गया

 

छठा दोस्ताना

बाबा को जेल के बैरक में नहीं रखा गया है. जेल परिसर में बाकायदा एक गेस्ट हाऊस है. इस गैस्ट हाउस में बाब रहेंगे. कोठी नुमा इस गेस्ट हाउस में बाबा का पूरा सुइट है. बाबा के साथ  बाकायदा उनकी सेवा के लिए स्टाफ है. पुलिस के लोग भी उनके पैर छूते देखे गए.

 

सातवां दोस्ताना

जेल में बाबा को बाकायदा अर्दली की सुविधा मुहैया कराई गई. उन्हें एक सहायक दिया गया जो कि बाबा के हुकुम पर वो सारे काम करेगा जो  बाबा कहेंगे. अगर पैर दबाना है तो वो भी और पानी पिलाना है तो वो भी.

 

आठवां दोस्ताना

बाबा को बाकायदा पीने के लिए मिनरल वाटर और शानदार डिस्पेंसर मुहैया कराया गया है. बाबा बाहर का पानी नहीं पिएंगे. इसके अलावा बाबा को घर का खाना खाने की छूट दी गई है. उन्हें कपड़े भी वही पहनने की इजाजत दी गई है जो वो खुद पहनना चाहें. ज़रूरी नहीं कि बाबा कैदियों की पोशाक पहनें.

 

नौवां दोस्ताना

बाबा के सभी आश्रमों को सील कर दिया गया है ताकि बाबा की गैर हाजिरी में उनकी दौलत को कोई इधर से उधर न कर सके. बाबा की दौलत को अब सेफ कर दिया गया है.

 

दसवां दोस्ताना

बीजेपी के नेता अपनी फोटो बाबा के साथ खिंचवाते रहते थे . इससे अफसरों में संदेश जाता था कि बाबा को छेड़ना नहीं है नतीजा ये होता था कि बाबा पर हाथ डालने की कोई हिम्मत नहीं करता था. खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में डेरा सच्चा सौदा को प्रणाम किया. इससे भी बाबा का दबदबा बढ़ा.