सीडब्ल्यूसी बैठक में कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ बनाई ये अचूक रणनीति

मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की हैदराबाद में हुई बैठक में पार्टी के नेताओं को महत्वपूर्ण संदेश दिया है, जिसमें वह पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव और उसके बाद लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट होकर काम करने की नीति पर जोर दिया है। इस बैठक में कांग्रेस के शीर्ष नेता, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष, विधानसभा दल नेता, और ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पदाधिकारी भी मौजूद थे।

इस साल के आखिरी महीने में मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, और मिजोरम में होने वाले चुनावों और लोकसभा चुनाव से पहले, खरगे ने तीन मुख्य मुद्दों पर विचार किया। पहला मुद्दा था पार्टी की संरचना को मजबूत करना, जिसमें वह समझौता कर रहे हैं कि पार्टी के नेता एकजुट होकर मिलकर काम करें। दूसरा मुद्दा था गुटबाजी को छोड़कर सभी नेताओं को एक साथ काम करने की दिशा में आगे बढ़ना। और तीसरा मुद्दा था आगामी चुनावों के लिए एक सटीक रणनीति तैयार करना और वोटरों के साथ निरंतर संपर्क में रहना।

खरगे ने कहा, “अगले दो-तीन महीने में पांच राज्यों में चुनाव होने हैं, और जम्मू कश्मीर में भी विधानसभा चुनाव की संभावना है। लोकसभा चुनाव केवल छह महीने दूर हैं, इसलिए हमें वोटरों के साथ संपर्क में रहना है, उनके सवालों का उत्तर देना है, और विरोधियों द्वारा फैलाई जा रही झूठी खबरों को खंडन करना है। कांग्रेस ने अपने 138 सालों के गौरवपूर्ण इतिहास में हर चुनौती पर विजय हासिल की है, और यह कांग्रेस के नेताओं के मिलकर काम करने और वोटरों के साथ जुड़कर इस विरोधी माहौल को परिभाषित करने का समय है।”

खरगे की बातें यह दिखाती हैं कि कांग्रेस पार्टी तैयार है अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए और विवादों के बावजूद एकमत होकर काम करने के लिए। यह एक साजिशनक और नैतिक समर

्थन के रूप में कांग्रेस के प्रयासों को बढ़ावा देता है और देश के नागरिकों को एक मजबूत विपक्ष का दृढ़ समर्थन देने के लिए प्रेरित करता है।

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