मोदी चाहें तो कश्मीर में हो सकती है शांति- महबूबा

भारत प्रशासित जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने कहा है कि सिर्फ़ नरेंद्र मोदी ही कश्मीर में बदलाव ला सकते हैं.

कश्मीर के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चर्चा के बाद पत्रकारों से बात करते हुए महबूबा मुफ़्ती ने कहा, “नरेंद्र मोदी चाहेंगे तो कश्मीर में ख़ून ख़राबा रुक जाएगा. उनके साथ भारत की सभी सियासी पार्टियां इस मुद्दे पर एकजुट हैं. सभी चाहते हैं कि कश्मीर में शांति बहाल हो.”

उन्होंने आगे कहा कि मोदी जी के पास दो तिहाई बहुमत है. अगर उनके रहते कश्मीर में कुछ नहीं होता तो कभी कुछ नहीं होगा.

महबूबा मुफ़्ती ने पाकिस्तान पर हमला करते हुए कहा, “पाकिस्तान अगर वाकई कश्मीर के युवाओं के लिए फ़िक्रमंद है तो वो उन्हें पत्थर फेंकने के लिए, सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए उकसाना बंद करे.”

महबूबा का कहना था कि पाकिस्तान यदि कश्मीर में शांति चाहता है तो अब पहल करने की उसकी बारी है.

पिछले दिनों में यहां के हालात इतने खराब रहे. उन्हें ठीक करने की जगह पाकिस्तान ने लोगों को उकसाने का काम किया.

हालात ठीक करने के लिए प्रधानमंत्री वहां गए, फिर गृहमंत्री भी सार्क सम्मेलन गए.

उन्होंने कहा, “हमारे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री तो पाकिस्तान गए अब तो पाक को आना पड़ेगा.”

महबूबा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, कश्मीर में शांति चाहते हैं और उन्हें उम्मीद है कि वो इस काम में सफल होंगे.

क्या कश्मीर में अलगाववादी हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस से भी बातचीत करनी चाहिए?

इसके जवाब में महबूबा ने कहा, “बातचीत उन सभी पक्षों से होनी चाहिए जो कश्मीर में शांति चाहते हैं. लेकिन जो लोगों को उकसाते हैं, भड़काते हैं उनसे बातचीत का मतलब नहीं. मोदी जी भी बातचीत का रास्ता चाहते हैं.”

उन्होंने कहा कि भारत का लोकतंत्र बहुत मज़बूत है और इसमें उतनी जगह है कि कश्मीर के लोगों को वो इज़्ज़त से जीने का अधिकार दे.

courtsey BBC