मध्यप्रदेश में EVM का बटन दबाया तो निकली कमल की पर्ची !

ग्वालियर: मध्य प्रदेश में बांधवगढ़ और अटेर में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों के दौरान हुए इस घटनाक्रम से बीएसपी को नयी ऊर्जा मिल सकती है. यहां इत्तेफाक से ही सही लेकिन यहां ईवीएम से जो रिजल्ट निकलना उसने सबको चौका दिया है. अटेर विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों की समीक्षा राज्य की मुख्य चुनाव पदाधिकारी सलीना सिंह ने की. उन्होंने प्रदेश में ईवीएम के साथ पहली बार इस्तेमाल हो रही वीवीपेट (वोटर वेरीफाइडट पेपर ऑडिट ट्रेल) मशीन का डेमो भी किया.

डेमो के लिए उन्होंने ईवीएम में चार नंबर बटन दबाया. बटन दबने के बाद वीवीपेट की स्क्रीन पर कमल के फूल की पर्ची आ गई. पर्ची देखकर सभी हंसने लगे. सलीना सिंह ने हंसते हुए मीडियाकर्मियों से कहा, पर्ची में कुछ भी आए प्रेस में ऐसा नहीं देना, नहीं तो फिर आपको हम थाने में बैठाएंगे. इसी दौरान अधिकारियों ने दूसरी बार ईवीएम का बटन दबाया तो हैंडपंप निशान की पर्ची आई और तीसरी बार बटन दबाया तो हाथ के पंजे की पर्ची निकली. पर्ची देखकर सलीना सिंह ने कहा, लो अब बेलैंस हो गया. अब आप संतुष्ट हो.

जिला पंचायत के सभागार में मुख्य चुनाव पदाधिकारी सलीना सिंह के वीवीपेट डेमो में कमल के फूल की पर्ची आने के बाद कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं. लहार विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ गोविंद सिंह ने कहा, आज मुख्य चुनाव पदाधिकारी सलीना सिंह ने सभी पत्रकारों के सामने ईवीएम मशीन का डेमो परीक्षण किया. चार नंबर का बटन दबाने पर भारतीय जनता पार्टी के कमल के फूल की पर्ची निकली. इससे प्रतीत होता है समूचे देश में चुनाव अवैध तरीके से संपन्न हुए हैं.

मध्यप्रदेश में पिछले 2-3 वर्ष में जितने भी चुनाव हुए हैं उनमें बेईमानी हुई है. विधायक डॉ गोविंद सिंह ने कहा सरकार की साजिश में चुनाव पदाधिकारी के शामिल होने का संकेत मिलते हैं. डॉ सिंह ने कहा कि उन्होंने कहा है कि इसे प्रेस में ले जाओगे तो हम गिरफ्तार कराकर थाने में बैठा लेंगें. डॉ सिंह ने कहा इससे प्रतीत होता है. मध्यप्रदेश में निष्पक्ष चुनाव संभव नहीं है. उन्होंने कहा बांधवगढ़ और अटेर में होने वाला चुनाव निष्पक्ष नहीं होगा. हमारी मांग है यदि संभव हो सके तो तत्काल ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से मतदान कराना चाहिए. इसकी उच्च स्तरीय जांच होना चाहिए.